12वीं बोर्ड के एग्जाम हो चुके हैं। अब छात्रों को करियर में आगे बढ़ना है, ऐसे में उन्हें अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स में एडमिशन लेना होगा। पर वे इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि किस कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया जाए ताकि उन्हें नौकरी मिलने में ज्यादा दिक्कत आ आए। इस कारण वे अपने आसपास के लोगों के यूनिवर्सिटीज के नाम जानने की कोशिश करते हैं जिससे उन्हें सही राह मिल सके। पर कभी-कभी छात्रों को सही राह नहीं मिलती।
ये तो आप भी जानते है इस समय देश तेजी से आगे बढ़ रहा ऐसे में देश में कुछ ऐसी टेक्निक अपनाई जा रही जिससे छात्रों को एडमिशन लेने में सुविधा हो सके। इसी कारण यूजीसी ने सीयूईटी एग्जाम कराना शुरू किया। इससे पहले यूनिवर्सिटीज अलग-अलग अपना एग्जाम कराती थी,जिससे छात्रों को असुविधा होती थी। अब बात करते हैं टॉप 5 यूनिवर्सिटीज की जहां आपको एडमिशन लेना चाहिए...
बेंगलुरु की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस
देश में पहले नंबर पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस यानी आईआईएससी बैंगलोर का नाम है। यहां पढ़ने वाले छात्रों का ज्यादातर प्लेसमेंट हो जाता है। पिछले साल एक NIRF रैकिंग में इसे देश में नंबर 1 यूनिवर्सिटीज का दर्जा मिला था। यूनिवर्सिटीज की वेबसाइट के मुताबिक, यहां 477 फैकल्टी, 4695 से ज्यादा छात्र हैं और 738 कोर्स अभी संचालित हो रहे हैं।
दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू)
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी अक्सर वहां के मुद्दों के कारण सुर्खियों में रहता है, लेकिन टॉपर्स या पढ़ाई को लेकर भी इस यूनिवर्सिटी का कोई तोड़ नहीं है। इस यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी नौकरी पाने में ज्यादा समस्या नहीं होती है। NIRF रैकिंग में इस यूनिवर्सिटी को देश में दूसरे स्थान पर रखा गया।
नई दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया
सीएए व एनआरसी मुद्दों का प्रोटेस्ट को याद ही होगा, शुरूआत इसी यूनिवर्सिटी के सामने हुई थी। लेकिन ये यूनिवर्सिटी सिर्फ इसी कारण फेमस नहीं है, यहां होने वाली पढ़ाई भी कहीं से कम नहीं है। NIRF रैकिंग में इस यूनिवर्सिटी को देश में 3 स्थान दिया गया।
वाराणसी की बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू)
वाराणसी कहें या बनारस... ये शहर महादेव की नगरी कही जाती है। साथ ही ये शहर अपने तंग गलियों और घाटों के लिए भी जाना जाता है। इसके अलावा जिस कारण लोग जानते हैं वह है बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी यानी बीएचयू। इस यूनिवर्सिटी को छात्रों के बीच काफी तवज्जों दी जाती है। यहां पढ़ाई करने वाले छात्रों को नौकरी मिलने में आसानी रहती है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी साल 1887 में बनाई गई थी, इसके बाद से ही ये यूनिवर्सिटी छात्रों के बीच हमेशा चर्चा में रही है। यहां से एक समय में बड़े-बड़े नेता और अभिनेता ने पढ़ाई की, साथ ढ़ेरों सिविल सर्विस वाले अधिकारियों ने भी पढ़ाई की। तब से लेकर आजतक ये यूनिवर्सिटी अपने नाम को देश में बनाए हुए है। यहां भी पढ़ाई करने वाले छात्रों को नौकरी की दिक्कत नहीं रहती।
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