देश के हर युवा का सपना होता है कि वह कोई ऐसी नौकरी करे जिससे उसका भविष्य अंधकार में डूबने से बच जाए। इसके लिए वह खूब मेहनत कर पढ़ाई करते है, जिससे उन्हें एक अच्छी नौकरी मिल जाए। देश में लोगों के बीच शिक्षा का महत्व इस कदर है कि वह अपने बच्चों को कर्ज लेकर भी पढ़ाते है। कई बार तो वह अपना सबकुछ बेचकर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं। बच्चे भी मां-बाप के सपनों पर खरा उतरते हैं, लेकिन कई बार उनकी मेहनत उतना रंग नहीं ला पाती क्योंकि उस जॉब सेक्टर में उतने पैसे नहीं होते।
ऐसे में आज हम छात्रों कुछ ऐसे नौकरियों की जानकारी देने जा रहे हैं, जिसमें अगर उन्होंने पढ़ाई कर ली तो उन्हें पैसों की तंगी कभी नहीं सताएगी। ये नौकरियां अपने आप में इतनी सक्षम होती है एक भी अगर आप को मिल गई तो आपके पास पैसे ही पैसे होंगे। आइए हम आपको इन नौकरियों की जानकारी दें।
मार्केटिंग डायरेक्टर
मार्केटिंग डायरेक्टर किसी भी कंपनी में सीनियर लेवल का पद होता है जो क्रिएटिव से लेकर संचालन तक कंपनी के सभी मार्केटिंग प्रोडक्ट की देखरेख करता है। इस पद पर बैठे इंसान को सालाना 47.5 लाख से लेकर 98 लाख तक पैकेज मिलता है। यह भारत के सबसे अधिक सैलरी वाली नौकरी में शामिल होती है।
पायलट
आपने आसमान में प्लेन और हेलीकॉप्टर उड़ते जरूर देखा होगा। इन्हें उड़ाने वाले पायलट होते हैं। इसके लिए सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई होती है। इस पद पर बैठे आदमी को 36.5 लाख से लेकर 84 लाख तक सैलरी पैकेज मिलता है।
सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट
किसी भी सॉफ्वेयर कंपनी में सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट का काम होता है किसी भी स्ट्रक्चर सिस्टम से जुड़े हाईलेवल डिजाइन को बनाना या चुनना। इस पद पर बैठे आदमी को 31 लाख से 50 लाख के पैकेज की सैलरी मिलती है।
जज
देश के न्यायपालिका से लोगों को काफी उम्मीद रहती है। जज बनने के लिए लॉ की डिग्री लेनी पड़ती है साथ ही कोर्ट में कई साल काम करने पड़ते है। इसके बाद वैकेंसी आने पर उसे पास करना पड़ता है। ये काफी जिम्मेदारी वाला काम होता है। एक जज को औसतन 27 लाख की पैकेज वाली सैलरी मिलती है। वहीं, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के जजों को 33 लाख तक सैलरी पैकेज मिलता है।
प्रोडक्ट मैनेजमेंट
प्रोडक्ट मैनेजमेंट का काम किसी भी कंपनी में प्रोडक्ट के डेवलपमेंट की जानकारी, मार्केट में लांच आदि देखना होता है। इस पद पर बैठ आदमी की सैलरी पैकेज 21 लाख से 37 लाख रुपये के बीच में होती है।