
नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने बीते कल नीट पीजी 2025 की तिथि की घोषणा की। साथ ही यह भी बताया कि परीक्षा का आयोजन दो शिफ्टों में किया जाएगा। इसके बाद ही मेडिकल अथॉरिटी के इस फैसले ऑनलाइन विवाद शुरू हो गया। कई उम्मीदवारों, डॉक्टरों और मेडिकल कार्यकर्ताओं ने सामान्यीकरण प्रक्रिया और परीक्षा की निष्पक्षता के बारे में अपनी चिंताओं को व्यक्त किया, जिसके लिए एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) का सहारा लिया।
एक डॉक्टर ने इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए इसे त्रुटिपूर्ण बताया। उन्होंने लिखा, "एनबीईएमएस ने 2024 में #सामान्यीकरण की गड़बड़ी के बावजूद #नीटपीजी 2025 की घोषणा दो शिफ्टों में की है! इससे अनुचित स्कोरिंग, कानूनी विवाद और उम्मीदवारों में बेचैनी पैदा होती है - वही गलतियां क्यों दोहराई जाती हैं?" ट्वीट में यह भी उल्लेख किया गया है कि यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (यूडीएफ) ने आधिकारिक तौर पर माननीय गृह मंत्री श्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर एक ही शिफ्ट में नीट-पीजी 2025 आयोजित करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
इस बीच, एक अन्य डॉक्टर ने टिप्पणी की कि एक राष्ट्र एक चुनाव कराने में सक्षम सरकार को एक राष्ट्र एक परीक्षा कराने में भी सक्षम होना चाहिए।
बता दें कि नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने बीते कल यानी 17 मार्च को नीट पीजी 2025 की परीक्षा तिथि घोषित की थी। इस संबंध में एक नोटिस भी जारी किया गया था। नोटिस में बताया गया था कि नीट पीजी परीक्षा 2025 का आयोजन दो शिफ्टों में किया जाएगा। नोटिस के अनुसार, पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक और दूसरी दोपहर 3.30 से लेकर शाम 7 बजे तक होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर जाकर नोटिस को चेक कर सकते हैं।
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