नई दिल्ली: केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने बुधवार को कहा कि ‘एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक' (AVGC) का भविष्य सुनहरा है. उन्होंने घोषणा की कि सरकार आईआईटी-बम्बई (IIT-Bombay) के सहयोग से ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' का गठन करेगी, जहां एवीजीसी में पाठ्यक्रम प्रदान किए जाएंगे. जावड़ेकर ने ‘सीआईआई बिग पिक्चर समिट' को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र उद्यमिता को बढ़ावा देने और क्षेत्र में स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करने के लिए पहल करेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ऐसे देश हैं जहां संचार प्रौद्योगिकी का विकास अभूतपूर्व है. मनोरंजन और मीडिया उद्योग के लिए काफी संभावनाएं हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘ एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक (एवीजीसी) का भविष्य सुनहरा है और हमारे विशेषज्ञ दुनिया के शीर्ष फिल्म निर्माताओं को समर्थन प्रदान कर रहे हैं.''
जावड़ेकर ने कहा कि सरकार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), बम्बई के सहयोग से एक 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' का गठन कर रही है, जहां एवीजीसी में पाठ्यक्रमों की पेशकश की जाएगी. मंत्री ने उपस्थित लोगों को जनवरी 2021 में गोवा में होने वाले 51वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने घोषणा की कि आजादी के 75वें साल के मौके पर 2022 में कान में होने वाले फिल्म महोत्सव में भारत एक विशेष मंडप स्थापित करेगा. उन्होंने यह भी घोषणा की कि भारत अगले साल एक ग्लोबल मीडिया और फिल्म शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
इस मौके पर प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पति ने कहा कि विभिन्न चैनलों ने कोरोनावायरस महामारी के दौरान जन-जागरुकता लाने की दिशा में अच्छा प्रयास किया. उन्होंने कहा कि दूरदर्शन ने भी इस महामारी के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए बेहतर प्रयास किए. उन्होंने कहा कि ‘रामायण' और ‘महाभारत' जैसे धारावाहिकों के प्रसारण के माध्यम से दूरदर्शन ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पारिवारिक सामग्री के लिए अभी भी दर्शक हैं.
वेम्पति ने कहा कि ‘डीडी फ्री डिश' जैसे प्रयास दुनियाभर में चलन स्थापित करनी वाली पहल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 5जी जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां स्मार्ट फोन पर प्रसारण लेने का अवसर प्रदान करती हैं और भारत में स्टार्ट अप द्वारा इस अवसर का लाभ उठाया जा रहा है