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12वीं कक्षा तक के लिए टीचर्स की योग्यता हुई तय, अब ये डिग्रीधारक ही बन सकेंगे शिक्षक

12वीं कक्षा तक के लिए टीचर्स की योग्यता तय कर दी गई है। वहीं, टीचर्स के लिए 4 वर्षीय डिग्री भी शुरू होने वाली है। बता दें कि इस सेशन से 41 यूनिवर्सिटीज में पायलट प्रोजेक्ट शुरू भी कर दिए गए हैं।

Written By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published : May 30, 2023 14:07 IST, Updated : May 30, 2023 14:39 IST
12वीं कक्षा तक के लिए...
Image Source : PTI 12वीं कक्षा तक के लिए टीचर्स की योग्यता हुई तय

12वीं कक्षा तक के लिए टीचर्स की योग्यता तय कर दी गई है। अब वर्ष 2030 से 4 वर्षीय B.ed या 4 वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP) डिग्री धारक ही शिक्षक बन पाएंगे। नई एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) की सिफारिशों के तहत बाल वाटिका से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए टीचर की न्यूनतम योग्यता निर्धारित कर दी गई है। इनमें बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड भी शामिल हैं। खास बात यह है कि एकेडमिक सेशन 2023-24 से 41 यूनिवर्सिटीज में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 4 वर्षीय B.ed कोर्स शुरू हो रहा है। एनटीए नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए अगले हफ्ते ऑनलाइन एप्लीकेशन विंडो शुरू करेगा। बता दें कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीईटीई) के अध्यक्ष योगेश सिंह ने जानकारी दी है।

4 वर्षीय बीएड प्रोग्राम

नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीईटीई) के अध्यक्ष ने कहा कि NEP 2020 के तहत ही 4 वर्षीय बीएड प्रोग्राम शुरू हो रहा है। साल 2030 से स्कूलों में टीचर बनने के लिए शिक्षकों की न्यूनतम योग्यता निर्धारित कर दी गई है। इसमें 4 वर्षीय बीएड या 4 वर्षीय इंटेग्रेटेड टीचर एडुकेशन प्रोग्राम (Integrated Teacher Education Program (ITEP) डिग्री धारक शामिल हैं। पहला पायलट प्रोजेक्ट इसी सेशन से 41 यूनिवर्सिटीज में शुरू हो रहा है। यह सिलेबस नई स्कूल संरचना के चार चरणों यानी फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल और सेकेंडरी (5+3+3+4) के लिए टीचर्स को तैयार करेगा। आईटीईपी न केवल अत्याधुनिक शिक्षा प्रदान करेगा, बल्कि शुरूआती बचपन की देखभाल और एजुकेशन (ईसीसीई), फाउंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमेरसी (Foundational Literacy and Numeracy (FLAN), समावेशी शिक्षा और भारत व इसके मूल्यों, आचारों, कला, परंपराओं की समझ व अन्य विषयों का आधार भी बनाएगा।

स्कूली शिक्षा की सुधार का मकसद

स्कूली एजुकेशन की क्वालिटी में सुधार के मकसद से इंटेग्रेटेड टीचर एडुकेशन प्रोग्राम से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों में बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड पाठ्यक्रम कोर्स शुरू हो रहा है। यह एक डुअल कंपोसाइट ग्रेजुएट डिग्री होगी। 12वीं कक्षा के बाद जो छात्र टीचर बन अपना भविष्य बनाना चाहते होंगे, वे बीए-बीएड, बीकॉम-बीएड और बीएससी-बीएड प्रोग्राम में से किसी एक में एडमिशन ले सकते हैं। फिलहाल तब तक पहले की तरह 2 वर्षीय बीएड प्रोग्राम भी चलता रहेगा।

अगले हफ्ते से शुरू होगा आवेदन

एकेडमिक सेशन 2023-24 से पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत 41 यूनिवर्सिटीज में 4 वर्षीय बीएड या 4 वर्षीय आईटीईपी शुरू होगा। इसमें एडमिशन के लिए एनटीए  नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करेगी।इस टेस्ट के लिए एनटीए अगले हफ्ते ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म के लिए विंडो खोलेगा। इस में इसकी मेरिट से एडमिशन मिलेगा। हर बैच में 50 छात्र होंगे। वहीं, कुछ यूनिवर्सिटीज में 2-2 बैच में पढ़ाई भी होगी।

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