नई दिल्ली: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने अन्य छात्र संगठनों के साथ मिलकर जामिया मिलिया इस्लामिया को फिर से खोलने की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने एक बयान में आरोप लगाया कि केंद्रीय और विभागीय पुस्तकालयों को फिर से खोलने के प्रशासन के 17 फरवरी के वादे के बावजूद एक महीने बाद भी इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। बयान में कहा गया है कि 22 फरवरी को हुए एक अन्य प्रदर्शन के दौरान जामिया प्रशासन ने इसी रणनीति को अपनाया था। दोनों अवसरों पर प्रशासन को मुद्दे सौंपे गए। प्रशासन दोनों अवसरों पर कोई जवाब नहीं दिया।
आइसा ने कहा कि "वर्तमान में चल रहे लगभग सभी बैचों के आधे छात्र ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल नहीं हो पाते हैं, जबकि कई अन्य को ऑनलाइन पढ़ने की सामग्री, विशेषकर हिंदी, उर्दू और अन्य स्थानीय भाषाओं को खोजने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।"
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता के अनुसार, विश्वविद्यालय स्थिति का समग्र अवलोकन करेगा क्योंकि छात्रों के एक बड़े हिस्से को देश के विभिन्न हिस्सों से आना होगा।