नई दिल्ली। जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल ने 25वीं स्टेटसन इंटरनेशनल एनवायरनमेंटल मूट कोर्ट प्रतियोगिता में सुराना एंड सुराना इंडिया नेशनल राउंड्स की सफलतापूर्वक मेजबानी की, जहां नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली को प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया। पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज और सिम्बायोसिस लॉ स्कूल को क्रमश: प्रथम और द्वितीय रनर अप चुना गया। ये सभी टीमें मूट के इंटरनेशनल राउंड में आगे बढ़ेंगी।
12 से 14 फरवरी, 2021 तक वर्चुअल रूप से सुराना एंड सुराना इंटरनेशनल अटॉर्नी के सहयोग से जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) द्वारा 25वीं स्टेटसन इंटरनेशनल एनवायरनमेंटल मूट कोर्ट प्रतियोगिता का सुराना एंड सुराना इंडिया नेशनल राउंड्स सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। स्टेटसन मूट, जो दुनिया की सबसे बड़ी मूट कोर्ट प्रतियोगिता है जो विशेष रूप से पर्यावरणीय मुद्दों के लिए समर्पित है, इसमें पूरे भारत से 24 टीम की भागीदारी देखी गई। इस वर्ष की प्रतियोगिता के लिए मूट समस्या , 'प्रोटेक्शन ऑफ बैट्स एंड इंटरनेशनल ट्रेड मेजर्स' विषय पर था।
प्रतियोगिता में पर्यावरण नीति निर्माताओं, प्रैक्टिशनर्स और शिक्षाविदों के प्रमुख पैनल द्वारा निर्णय लिया गया था। माननीय मार्गेट जोआन बेजले एसी, क्यूसी, न्यू साउथ वेल्स गवर्नर, न्यायमूर्ति माइकल डी. विल्सन, न्यायाधीश, हवाई सुप्रीम कोर्ट, एंबेसडर प्रोफेसर गुडमंडर एरिक्सन, जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल, प्रोफेसर भरत एच. देसाई, प्रोफेसर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण कानून में अध्यक्ष, और प्रोफेसर चारु शर्मा, प्रोफेसर (जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल) के सामने प्रतियोगिता के अंतिम दौर की बहस व चर्चा हुई।
ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने वेलडिक्टरी सेरेमनी में कहा, "चूंकि विश्वविद्यालय मूटिंग और वकालत को बढ़ावा देने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है, ऐसे अवसरों के माध्यम से उन्हें छात्रों को सामाजिक मुद्दों को उठाने के लिए प्रेरित करने में भी सक्षम होना चाहिए। स्टेट्सन एक ऐसे कारण की स्पष्ट व्याख्या के रूप में खड़ा है, जो कानून संस्थानों द्वारा समर्थन करने के लायक है। स्टेट्सन मूट में लॉ स्कूलों की भारी भागीदारी यह संकेत करती है कि हम सही दिशा में हैं।"
सुराना एंड सुराना इंटरनेशनल अटॉर्नीज के सीईओ और मैनेजिंग पार्टनर डॉ. विनोद सुराणा ने कहा, "ऐतिहासिक रूप से वकीलों ने हर समाज में नेतृत्व प्रदान किया है, क्योंकि वे शक्तिशाली विचार वाले नेता और इंफ्लुएंसर हैं। इसलिए, पर्यावरण की रक्षा और प्रदूषण को रोकने के लिए सामाजिक, आर्थिक और नीतिगत क्रांतियों का नेतृत्व करना वकील का कर्तव्य है। स्टेटसन मूट कानून के छात्रों के लिए पर्यावरणीय कारणों के ऐसे चैंपियन बनने की दिशा में आगे बढ़ने का एक साधन है।"