ऋषिकेश: ऋषिकेश स्थित श्री ज्योतिष वैदिक ज्योतिष और अनुसंधान केंद्र ने 20 सितंबर से 21 अक्टूबर तक वैदिक ज्योतिष में एक महीने के पाठ्यक्रम की घोषणा की है। कोर्स का नाम 'जर्नी विद द मून' है। जर्नी 'विद द मून' पाठ्यक्रम मुख्य रूप से एक अनुभवात्मक यात्रा है और इसे छात्रों के लिए प्रकट ध्यान प्रथाओं (साधनाओं) के माध्यम से वैदिक ज्योतिष (ज्योतिष) के आंतरिक अन्वेषण के रूप में तैयार किया गया है।
एक महीने के कोर्स के दौरान छात्र अपना खुद का बर्थ चार्ट बनाने से लेकर आयुर्वेद और हठयोग की मूल बातें समझेंगे। रोजाना ज्योतिष पर लेक्चर के साथ छात्रों को ब्रह्मांड में झांकने के लिए प्राचीन वैदिक ध्यान सिखाया जाएगा। जो छात्र इसी क्षेत्र में आगे अपना भविष्य बनाना चाहते हैं उनके करियर के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
इस कोर्स के में छात्रों को सांख्य दर्शन, एक ज्योतिषी के लिए बुनियादी खगोल विज्ञान के सिद्धांत, ज्योतिष के माध्यम से उपचार, संगीतीय उपचार, हठयोग, प्राणायाम और ध्यान आदि सीखेंगे। कोर्स पढ़ाने वाले शिक्षकों के पास 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है। मुख्य ज्योतिष शिक्षक वेदांश पांडे हैं, जो एक विशिष्ट ज्योतिष विशेषज्ञ परिवार से संबंध रखते हैं।
वेदांश के पास सिंबोसिस (पुणे) से मीडिया में स्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री है। वेदांश को वैदिक ज्योतिष में लगभग 16 वर्षों की विशेषज्ञता प्राप्त है और वह ज्योतिष के साथ कर्म संबंध में गहन शोध कर रहे हैं।