ऐसा नहीं है कि प्राइवेट सेक्टर में जॉब की कमी है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि प्राइवेट सेक्टर यूं ही जॉब बांटते रहते हैं। दरअसल गवर्नमेंट सेक्टर हो या प्राइवेट सेक्टर सबको टैलेंट चाहिए। यहां टैलेंट से मतलब है स्किल और कार्य की बारीकियों से। यही वजह है कि भारत सरकार ने साल 2015 में स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की। स्किल इंडिया मिशन के तहत देश के बेरोजगार युवाओं को कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग, फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे तकरीबन 40 तकनीकी क्षेत्र की अलग-अलग ट्रेनिंग दी जाती है। स्किलफुल एजुकेशन को बढ़ावा देकर युवाओं को शुरू से ही रोजगार हासिल करने के काबिल बनाया जा रहा है। डिग्री चाहे कोई भी हो उनके अनुसार यदि आप स्किल नहीं सीख पाए तो जॉब मिलना मुश्किल हो जाता है।
जल्दी रोजगार पाने के लिए सबसे पहले आपको अपनी रुचि के अनुसार पढ़ाई करनी पड़ती है। डिग्री हासिल करने के दौरान संबंधित फील्ड से जुड़ी जानकारी लेते हुए उस फील्ड में इंटर्नशिप करना बेहतर निर्णय माना जाता है। दरअसल इंटर्नशिप इसलिए जरूरी है, क्योंकि इससे आप अपनी जिम्मेदारी से भली-भांति अवगत हो जाएं और जॉब ज्वॉइन करने से पहले अपनी सभी कमियों को दूर कर सकें। ऐसा नहीं है की जॉब पाने के बाद आपको कुछ सीखने की जरूरत नहीं, लेकिन इंटर्नशिप के दौरान फील्ड से जुड़ी बेसिक नॉलेज क्लियर हो जाती है।
ये स्किल दिला सकते हैं रोजगार के अवसर-
SAS
Statistical Analysis System यानी SAS एक सॉफ्टवेयर है। यह कर्मचारियों को अनेक प्रकार के कार्यों में मदद करने में सक्षम है। किताबों और ऑनलाइन क्लास के द्वारा इसे सीख सकते हैं। इस सॉफ्टवेयर के द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, स्टेटिस्टिकल एनालिसिस और बिजनेस फोरकास्टिंग जैसे जॉब ऑप्शन मिल सकते हैं।
जावा
यह एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जावा की मदद से बिजनेस एप्लीकेशन और ऑनलाइन गेम्स बनाए जाते हैं। बढ़ती टेक्नोलॉजी और इस डिजिटल वर्ल्ड में इसकी खास आवश्यकता है।
सोशल मीडिया स्किल
सोशल मीडिया से संबंधित स्किल घर बैठे रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया के अकाउंट हैंडल करने की स्किल यदि आप में है तो कई ब्रांड और सेलिब्रिटी आपको जॉब दे सकते हैं। इसलिए सोशल मीडिया के ट्रेंड से अपडेट होना तथा हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर मजबूत पकड़ होना जरूरी है। इसके बाद आपको सोशल मीडिया मैनेजर का जॉब मिल सकता है।
डेटा मॉडलिंग
यह स्किल सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का हिस्सा है। डेटा मॉडलिंग सीखकर आप बिजनेस डेटा और इंफार्मेशन सिस्टम के लिए डेटा की आवश्यकताओं को सटीक ढंग से एनालाइज कर सकते हैं।
प्रोजेक्ट मैनेजमेंट
यह मल्टीटास्किंग स्किल है। कंपनी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्लान बनाने और उन्हें पूरा करने में यह स्किल बेहद कारगर साबित है। क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर जैसे बड़े पोस्ट पर जॉब करने के लिए इस प्रकार के स्किल की जरूरत होती है।