शिमला: हिमाचल प्रदेश कैबिनेट ने राज्य में 15 फरवरी से 6 वीं और 7 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोलने का फैसला लिया है। कैबिनेट ने यह भी फैसला लिया है कि पहली से चौथी कक्षा के छात्र अपने घरों से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेंगे। यह फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य सचिवालय में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया है।
उत्तर प्रदेश में भी छोटे बच्चों के स्कूल शुरू होने जा रहे हैं। राज्य सरकार ने पहली कक्षा से लेकर 8वीं कक्षा तक बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति दे दी है। 6ठी से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए 10 फरवरी से स्कूल जाने की अनुमती दे दी गई है। इसके अलावा पहली कक्षा से लेकर 5वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल 1 मार्च से खुल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में यह आदेश सभी स्कूलों के लिए लागू होगा चाहे वे सीबीएसई के स्कूल हों, ISC या ICSC के स्कूल।
इन नियमों का रखें ध्यान
गुजरात, हरियाणा, पंजाब और आंध्र प्रदेश समेत करीब 10 राज्यों में पहले ही 1 फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं। वहीं दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और ओडिशा में भी फरवरी माह से स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी की जा रही है। कई राज्यों ने पहले ही ऑफलाइन कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए हैं। हालांकि, राज्यों ने स्कूलों को कोविड-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं ऑफलाइन कक्षाओं के लिए कक्षाओं की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है।
लगभग सभी राज्यों ने यह भी लागू किया है कि बच्चों को स्कूलों में जाने की अनुमति देने के लिए लिखित सहमति पर हस्ताक्षर करना आवश्यक होगा। कोरोना संक्रमण सावधानियों के साथ कक्षाएं लगेंगी और शिक्षकों और बच्चों को नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। अभिभावक के स्वीकृति पत्र के साथ ही छात्र विद्यालय में प्रवेश कर सकेंगे।
उत्तराखंड में कक्षा छठी से 11वीं के छात्रों के लिए स्कूल 8 फरवरी से खुलेंगे
उत्तराखंड सरकार ने बृहस्पतिवार को आदेश जारी कर प्रदेश के सभी स्कूलों से कक्षा छठी से 11वीं तक की कक्षाएं दैहिक रूप से आठ फरवरी से दोबारा शुरू करने को कहा । आदेश में स्कूलों के प्रशासन से कहा गया है कि वे विद्यालयों में छात्रों और शिक्षकों से कोविड के अनुसार उचित व्यवहार सुनिश्चित करवाएं।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा जारी आदेश में स्कूलों से एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को भी कहा गया है जो इस बात पर नजर रखेगा कि कक्षाओं का नियमित सैनिटाइजेशन हो, हर छात्र और शिक्षक की थर्मल स्क्रीनिंग हो, वे मास्क लगाए हुए हों और सामाजिक दूरी का अनुपालन हो। प्रदेश में कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाएं पिछले साल नवंबर से चल रही हैं । कक्षा छठी से 11वीं तक की कक्षाओं को दैहिक रूप से शुरू करने का निर्णय राज्य मंत्रिमंडल ने हाल में लिया था ।
महाराष्ट्र में 15 फरवरी से खुलेंगे कॉलेज
कोरोना के मामलों में आई कमी को देखते हुए उद्धव सरकार ने बड़ा फैसला किया है। महाराष्ट्र में 15 फरवरी से विश्वविद्यालय और कॉलेज फिर से खोलने की इजाजत दे दी गई है। हालांकि विवि और कॉलेज कुछ शर्तों के साथ खोले जाएंगे। शिक्षा मंत्री के मुताबिक, रोटेशनल बेसिस पर 50 फीसद उपस्थिति के साथ ये आदेश दिया गया है।