नई दिल्ली: देश के कई राज्यों में कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूल आज से खुल गए हैं। करीब डेढ़ साल बाद आज पहली बार दिल्ली के बच्चे भी स्कूल पहुंचे हैं। राजस्थान, हरियाणा और तमिलनाडु में भी आज से बड़े बच्चों के लिए स्कूल में पढ़ाई शुरू हो गई है। वहीं यूपी और मध्य प्रदेश में छोटे बच्चों ने भी आज से स्कूल जाना शुरू कर दिया है। सरकार ने स्कूलों को खोलने की इजाजत तो दे दी है लेकिन साथ-ही-साथ स्कूलों के लिए कई गाइडलाइंस बनाई है जिनका कड़ाई से पालन करना ज़रूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क जरूरी होगा और स्कूल में सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था करनी होगी।
दिल्ली में नौंवी से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए बुधवार को खुल गए और इस दौरान शहर में भारी बारिश के बीच हाथ में छाता लिए, मुंह पर मास्क लगाए छात्र स्कूल जाते नजर आए। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ संस्थानों ने अब भी थोड़े समय तक छात्रों को परिसर में नहीं बुलाने का फैसला किया है। मौजूदा स्थिति का आकलन करने के बाद कुछ सप्ताह में खुल सकते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम होने के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने गत शुक्रवार को घोषणा की थी कि एक सितम्बर से नौंवी से बारहवीं कक्षा तक के लिए स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान खोले जाएंगे। दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया था कि किसी भी छात्र को स्कूल आने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा और इसके लिए अभिभावकों की अनुमति अनिवार्य होगी।
पूर्वी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल के छात्र ने कहा, 'मैं अपने दोस्तों से मिलने को काफी उत्साहित हूं। यह नए तरीके का सामान्य जीवन है और हमें इसके साथ जीना सीखना होगा।' छात्र ने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने भी स्कूल फिर से खोलने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये हैं। इन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सभी की अनिवार्य रूप से ‘थर्मल स्क्रीनिंग’ हो, भोजनावकाश चरणबद्ध तरीके से हो, कक्षा में विद्यार्थियों के बीच उचित दूरी का पालन हो और आंगुतकों को आने से रोका जाए। प्राधिकरण ने कहा कि कोविड-19 निरुद्ध क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को स्कूलों और कॉलेजों में आने की अनुमति नहीं होगी।
इनपुट-भाषा