हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ने रविवार को 27 अप्रैल से 31 मई तक स्कूलों और जूनियर कॉलेज के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया। शिक्षा मंत्री पी सबिता इंद्र रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मुख्य सचिव और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया।
मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर कक्षा 10 की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई थीं और 5,21,392 छात्रों को उत्तीर्ण घोषित किया गया था। इसी तरह कक्षा 1 से 9 तक के 53,79,388 छात्रों को अगली कक्षा में पदोन्नत किया गया है।
मंत्री ने कहा कि कोविड की स्थिति की समीक्षा के बाद स्कूल और कॉलेजों को फिर से खोलने का फैसला 1 जून को लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के अंतिम कार्य दिवस के रूप में माना जाएगा।
स्कूल एजुकेशन के निदेशक सैयद उमर जलील ने रविवार को 27 अप्रैल से 31 मई तक राज्य के सभी स्कूलों और जूनियर कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित करने के आदेश जारी किए। कोविड-19 के मामलों के बढ़ोत्तरी से चिंतित होकर राज्य सरकार ने 24 मार्च से शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया था।
छात्रों और शिक्षकों के स्वास्थ्य के हित में और माता-पिता के अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया गया था। हालांकि, छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहीं।कक्षा 6 और उससे ऊपर के स्कूल फरवरी के अंतिम सप्ताह में फिर से खुल गए जबकि कक्षा 9 और उससे ऊपर के स्कूल 1 फरवरी को फिर से खुले।
15 अप्रैल को सरकार ने कोविड-19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए 10 वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं को रद्द करने और इंटरमीडिएट प्रथम वर्ष (11वीं) के छात्रों को परीक्षा के बिना पदोन्नत करने का निर्णय लिया। एसएससी की परीक्षाएं 17 मई से आयोजित होने वाली थीं। विभाग ने इंटरमीडिएट के प्रथम वर्ष के सभी छात्रों को बिना परीक्षा दिए प्रमोट करने का भी फैसला किया है।
इसने 1 मई से 19 मई तक इंटरमीडिएट द्वितीय वर्ष (कक्षा 12) की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी। विभाग जून के पहले सप्ताह में स्थिति की समीक्षा करेगा और परीक्षाओं के लिए कम से कम 15 दिनों के नोटिस के साथ आगे की तारीखों की घोषणा की जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि बचे सभी इंटरमीडिएट द्वितीय वर्ष के छात्रों को केवल बैकलॉग के लिए न्यूनतम उत्तीर्ण अंक दिए जाएंगे। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब अधिकारियों ने पहले वर्ष एसएससी और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।