नई दिल्ली। स्कूल फीस आन्दोलन के तहत गुरुवार को दिल्ली सचिवालय पर कई अभिभावकों ने सत्याग्रह किया। अभिभावकों का यह सत्याग्रह स्कूल फीस माफ करने को लेकर था। प्र्दशनकारी अभिभावकों ने कहा, "बच्चों का स्कूल कैम्पस बंद है, जिसकी फीस माफ करने लिए हम 7 अप्रैल से लगातार दिल्ली सरकार से गुहार लगा रहे हैं। तमाम अभिभावक पिछले 1 माह से लगातार ऑनलाइन धरना भी दे रहे हैं, परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। आपदा में सरकार से राहत की अपेक्षा करना स्वाभाविक और संवैधानिक है।"
अपना विरोध दर्ज कराने दिल्ली सचिवालय पहुंचे अभिभावक पवित्र श्रीवास्तव ने कहा, "कल्याणकारी सरकार नागरिकों के अभिभावक की भूमिका में होती है, ऐसे में संकट की घड़ी में सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को फीस से राहत देना और न्याय करना सरकार से अपेक्षित है। अब स्कूल फीस के लिए अभिभावकों को ज्यादा परेशान किया जा रहा है। "गौरतलब है कि दिल्ली शिक्षा निदेशालय निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस के अलावा कोई अन्य शुल्क न लेने का नया आदेश जारी कर चुका है।
कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने निजी-सहायता प्राप्त स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे केवल ट्यूशन फीस ही लें। लॉकडाउन और किसी अन्य मद के तहत चार्ज नहीं लिए जाएंगे। हालांकि, यह भी निर्देश दिया है कि लॉकडाउन की समाप्ति के बाद मासिक आधार पर वार्षिक और विकास शुल्क आनुपातिक रूप से वसूला जा सकता है। इससे पहले भी 18 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने ऐसा ही एक निर्देश दिया था।