गुवाहाटी। असम सरकार ने राज्य बोर्ड के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों की आंतरिक परीक्षा और मूल्यांकन के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। सरकार ने कहा है कि ऐसा नहीं करने पर संस्थान की मान्यता रद्द की जा सकती है या उसके कर्मचारियों को वेतन में कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
शिक्षा विभाग के एक आदेश के अनुसार सभी माध्यमिक विद्यालयों में आंतरिक परीक्षा आयोजित करने और उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन, अंकों की ऑनलाइन प्रविष्टि और बाद में परिणामों की घोषणा में एकरूपता लाने के लिए पूर्व में गठित जिला स्तरीय आंतरिक परीक्षा समितियों की देखरेख में आंतरिक मूल्यांकन कार्य किया जाना है।
कई स्कूलों में उचित रिकॉर्ड की अनुपस्थिति और रिकॉर्ड में हेरफेर के प्रयासों की खबरें हाल ही में सामने आई हैं और एक स्कूल प्रिंसिपल सहित दो लोगों को पिछले हफ्ते कामरूप जिले में 10वीं कक्षा के छात्रों को अधिक अंक देने के लिए कथित तौर पर पैसे मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
कोविड-19 महामारी की स्थिति के कारण इस वर्ष 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं को रद्द करने के बाद आंतरिक मूल्यांकन महत्त्वपूर्ण हो गया है और यह निर्णय लिया गया कि दोनों परीक्षाओं के परिणाम मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद घोषित किए जाएंगे।