देश में पेपर लीक होने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश के कई राज्यों में हाल ही में पेपर लीक के मामले सामने आए थे। वहीं, इस बार राजस्थान में REET पेपर को लीक करने की कोशिश की गई। राजस्थान पुलिस ने नकल माफिया के इन मंसूबों पर पानी फेर दिया है। राजस्थान पुलिस ने शनिवार को शिक्षक भर्ती के प्रश्न पत्र लीक करने की कथित कोशिश को नाकाम करने के लिए जोधपुर के एक विवाह घर पर छापा मारा। यहां पुलिस ने छात्रों सहित 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि पिछले महीने ही गुजरात, बिहार में पेपर लीक होने का मामला सामने आया था।
दो शिफ्टों में आयोजित हुई थी परीक्षा
गौरतलब है कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा शनिवार को 2 शिफ्टों में शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। ये शिक्षक भर्ती परीक्षा पहले चरण (कक्षा पहली से पांचवी कक्षा के शिक्षक के लिए) और द्वितीय स्तर (छठी से आठवीं कक्षा तक के शिक्षक के लिए) के आयोजित की गई। ये परीक्षा दो शिफ्ट सुबह साढ़े 9 बजे से शाम साढ़े 12 बजे तक और शाम 3 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक कराई गई। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता दुहान ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से प्राप्त पेपर वास्तविक पेपर से मिल नहीं रहे हैं। दुहान ने बताया कि परीक्षा होने से घंटों पहले मंडोर इलाके के उदयगढ़ मैरिज पैलेस पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि वहां रह रहे कुछ छात्रों द्वारा प्रश्न पत्र लीक किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए सभी छात्र पहली शिफ्ट की परीक्षा देने वाले थे।
40 लाख में खरीदे थे पेपर
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 10 छात्राओं सहित 30 अभ्यार्थियों और 7 अन्य को पकड़ा जो प्रश्न पत्र लीक करने की कोशिश कर रहे थे।’’ पुलिस ने लैपटॉप और प्रिंटर और कुछ पन्ने जब्त किए हैं जिनपर उत्तर लिखे हैं। अमृता दुहान ने आगे बताया कि गिरोह के सरगना की पहचान ओसियान तहसील के रैमालवाडा निवासी सुरेश थोरी के तौर पर की गई है। पुलिस ने दावा किया कि थोरी ने जालौर निवासी प्रवीण बिश्नोई से 40 लाख रुपये में प्रश्नपत्र खरीदे थे और 10 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान किया था। दुहान ने बताया कि बिश्नोई फरार है और जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें मैरिज हॉल का मालिक और प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश जोशी और तीन अन्य हैं जिन्हें प्रश्नपत्र को हल करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
3 से 8 लाख में हुआ था सौदा
उन्होंने बताया, ‘‘हमने IPC की धारा-420 (धोखाधड़ी) और 120बी (आपराधिक साजिश) के साथ-साथ राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम की धारा-10(2) के तहत FIR दर्ज की है। दुहान ने बताया कि थोरी ने कथित तौर पर छात्रों को 3 से 8 लाख रुपये में पेपर देने का सौदा किया था। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या थोरी को पता था कि प्रश्न पत्र असली हैं या नकली, साथ ही पता लगा रहे हैं कि पूर्व के प्रश्न पत्र लीक के मामलों से भी उसके तार तो कहीं जुड़े नहीं हैं।’’ इसबीच, परीक्षा के चलते जोधपुर में मोबाइल इंटरनेट की सेवा स्थगित कर दी गई थी। गौरतलब है कि सितंबर 2021 में उस समय हंगामा हुआ था जब राजस्थान शिक्षक अर्हता परीक्षा (रीट) के प्रश्पनपत्र लीक हो गए थे और अंतत: परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
इनपुट- भाषा