आज संसद में विपक्ष नेता ने कई मुद्दों के लेकर हंगामा काटा, जिनमें से एक मुद्दा अग्नवीर का भी उठा। राहुल गांधी ने कहा कि मैं अग्निवीर के परिवार से मिला हूं। केंद्र सरकार अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं देती। अग्निवीर यूज एंड थ्रो वाले मजदूर हैं। इस योजना को लेकर जवानों के मन में डर है। मोदी जी इन जवानों को शहीद का दर्जा नहीं देती।
आगे कहा कि इन जवानों को महज 6 माह ट्रेनिंग मिलती है, अग्निवीर की सच्चाई आर्मी जानती है। हमारी सरकार जब आएगी तो हम इस योजना को हटा देंगे। इस पर सदन में खूब शोर-शराबा हुआ। इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना को लेकर विपक्ष नेता गलत बयानबाजी दे रहे हैं।शहीद अग्निवीर को 1 रुपये का मुआवजा मिलता है, सदन को गुमराह किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठते है कि अग्निवीर जवान को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
क्या-क्या लाभ मिलते हैं?
- अग्निवीर योजना के तहत जान गंवाने वाले जवानों को शहीद का दर्जा दिया जाता है, रक्षामंत्री ने आज खुद इस बात को दोहराया है।
- इसके अलावा, अग्निवीर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं, इसलिए उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाता है।
- उनके शहीद होने के बाद उनके परिवार को लाभ मिलते हैं
- कल्याण निधि के तहत बैंक डिफेंस सर्विस अकाउंट बीमा (एमओयू के अनुसार) परिवार को निम्नलिखित राशि मिलेगी:-
बीमा राशि - ₹48 लाख
आयु महिला कल्याण निधि - ₹30 हजार
अंतिम संस्कार के खर्चे के लिए राशि - ₹9 हजार
एसीडब्ल्यूएफ - ₹8 लाख
अनुग्रह राशि - ₹44 लाख
- इसके अलावा, परिवार को 4 साल की सैलरी का बचा हुआ पैसा भी मिलता है।
इसके अतिरिक्त राज्य सरकार भी जवान के परिवार के लिए कुछ राशि देती है। हालांकि अग्निवीर को कोई पेंशन नहीं दिया जाता। वहीं, सेवा निधि में सरकार के योगदान और ब्याज के साथ योगदान दिया जाता है। बता दें कि डिफेंस सैलरी पैकेज अकाउंट इंश्योरेंस बैंक और भारतीय सेना के एमओयू पर निर्भर करता है।
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