लोकसभा में आज जोरदार बहस देखने को मिली है। सरकार ने आज तीन नए कानून पर अपनी राय रखी तो विपक्ष ने भी इस कानून को लेकर सरकार से तीखे सवाल किए। इसी बीत लोकसभा विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट विवाद को लेकर भी सदन में सवाल किया। राहुल ने नीट विवाद को उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने नीट एग्जाम को कॉमर्शियल एग्जाम बना दिया है, जो गरीब बच्चों के लिए नहीं है।
'परीक्षा अमीरों के लिए है'
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बहस करते हुए कहा, "NEET के छात्र अपनी परीक्षा की तैयारी में सालों-साल लगा देते हैं। उनके परिवार उन्हें आर्थिक और भावनात्मक रूप से सहयोग करते हैं और सच्चाई यह है कि आज नीट के छात्र परीक्षा पर विश्वास नहीं करते, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह परीक्षा अमीर लोगों के लिए है, मेधावी लोगों के लिए नहीं।
कॉमर्शियल एग्जाम बना दिया
राहुल गांधी ने आगे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं कई NEET छात्रों से मिला हूं। उनमें से हर एक ने मुझसे कहा कि यह परीक्षा अमीर लोगों के लिए कोटा बनाने और सिस्टम में उनके लिए रास्ता बनाने के लिए बनाई गई है और गरीब छात्रों की मदद करने के लिए नहीं बनाई गई है। नीट एग्जाम गरीब छात्रों के लिए नहीं बचा है। इस सरकार के दौरान 7 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ है। केंद्र सरकार ने नीट को कॉमर्शियल एग्जाम बना दिया है।
आज से लागू हुए कानून
गौरतलब है कि आज से तीन नए कानून लागू हो गए हैं। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) 2023 सोमवार यानी आज से पूरे देश में प्रभावी हो गए। इन कानूनों के तहत कई धाराएं बदल दी गई हैं।
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