रैगिंग देश के किसी भी राज्य के किसी भी कॉलेज में हो वह कानून अपराध ही होती है। हालांकि, कुछ सीनियर छात्र यह जानते हुए भी इस अपराध को करने से नहीं हिचकते, शायद उन्हें लगता हो कि वह ऐसा कर के अपने कॉलेज में कूड डूड बन जाएंगे। लेकिन असलियत में ऐसा होता नहीं है, पकड़े जाने पर आपको सस्पेंड कर दिया जाता है और फिर आपका पूरा करियर बर्बाद हो जाता है। देश के प्रतिष्ठित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर, के 7 सीनियर MBBS छात्रों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उन्हें कॉलेज प्रबंधन ने जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग करने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
'यौन शोषण किया गया'
MBBS फर्स्ट ईयर के एक छात्र ने वह वीडियो शेयर किया था, जिसमें उसे और उसके अन्य बैच के साथियों को सीनियर्स द्वारा रैगिंग का शिकार बनाया गया था। वायरल हुए इस वीडियो में जूनियर्स को कॉलेज हॉस्टल के बाहर कीचड़ में घुटने टेकने और उन पर पाइप से पानी की बौछार मारते सीनियर्स को दिखाया गया। रैगिंग का शिकार हुई एक जूनियर छात्रा ने तमिलनाडु के वेल्लोर में मीडियाकर्मियों को बताया कि उनके साथ शारीरिक और यौन शोषण किया गया।
छात्रों के प्राइवेट पार्ट पर मारा
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को बूरी तरह परेशान कर रहे हैं। उन्हें कीचड़ में दौड़ने और शारीरिक गतिविधि करने के लिए कहा जाता है। इसके बाद कुछ सीनियर छात्र वीडियो में जूनियर छात्रों के प्राइवेट पार्ट पर भी मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस पूरे रैगिंग के मामले में सीनियर छात्रों के अलावा कुछ डॉक्टर्स भी शामिल थे, जो इसे पूरे घृणित कारनामे को जज कर रहे थे।
7 सीनियर छात्र सस्पेंड
इस पूरे मामले का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और लोगों ने इसे लेकर हंगामा करना शुरू किया तब जा कर कॉलेज प्रशासन ने कहीं आरोपी सात सीनियर छात्रों को सस्पेंड किया। हालांकि, लोगों को गुस्सा इससे अभी भी शांत नहीं हुआ है, उनका कहना है कि रैगिंग करने वाले इन छात्रों को कानून भी सबक सिखाने की जरूरत है।