दुनिया भर में अगर शिक्षा के स्तर की बात करें तो भारत की स्थिति अभी भी खराब है। क्योंकि वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के सिर्फ 15 विश्वविद्यालयों को जगह मिली है। सबसे खराब बात यह है कि ये 15 यूनिवर्सिटी भी 281 से 300 की रैकिंग रेंज में हैं। यानि हम टॉप 100 तो छोड़िए टॉप 200 से भी बाहर हैं। हालांकि, इस रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे के लिए खुशखबरी है, क्योंकि भारते के टॉप 15 संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे पहले स्थान पर है। जबकि दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली है। जबकि तीसरे नंबर पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) है।
रैंकिंग में शामिल थे 700 संस्थान
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग यह मूल्यांकन करने का एक नया तरीका है कि विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और सामाजिक मुद्दों से निपटने के लिए कैसे काम कर रहे हैं। इस साल विशेषज्ञों ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिए कुल 1300 संस्थानों का मुल्यांकन किया, जिसमें उन्होंने 700 को फाइनल के लिए चुना। इन्ही 700 संस्थानों में दिल्ली यूनिवर्सिटी भी है जो भारत में चौथे स्थान पर है। इसे 381 से 400 के बीच की रैंक मिली है। जबकि कानपुर आईआईटी पांचवें स्थान पर है जिसे 451 से 500 के बीच की रैंकिंग मिली है।
भारते के टॉप 15 में ये भी शामिल
लिस्ट में शामिल अन्य भारतीय विश्वविद्यालयों में IIT रुड़की, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय, भारतीय विज्ञान संस्थान, IIT खड़गपुर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान हैं और विज्ञान पिलानी के साथ-साथ IIT गुवाहाटी (IITG) और IIT मद्रास भी शामिल है।
टॉप 10 में हैं ये विश्वविद्यालय
वहीं अगर हम क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में टॉप के 10 संस्थानों की बात करें तो इनमें एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय और सिडनी विश्वविद्यालय है। इसके साथ ही टोक्यो विश्वविद्यालय, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय, येल विश्वविद्यालय और ऑकलैंड विश्वविद्यालय भी टॉप 10 की लिस्ट में शामिल हैं।