पटना: इन दिनों BPSC उम्मीदवार आयोग के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आज इन प्रदर्शनकारियों से यूट्यूबर और फेमस टीचर खान सर मिलने पहुंचे। इस दौरान वे बच्चों से मिले और आयोग पर करारा हमला भी बोला। खान सर ने कहा कि हमें शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना है। इसलिए सभी धैर्य बनाएं रखें। खान सर ने कहा, "हम आयोग से केवल दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं।"
मुश्किल परीक्षा लो और बच्चों वाले सवाल मत दो
खान सर ने आगे कहा, "आयोग को जितनी मुश्किल परीक्षा लेनी है ले सकते हैं। इससे हम नहीं भागे हैं हम कह रहे हैं कि मुश्किल परीक्षा लो और बच्चों वाले सवाल मत दो। इससे ज्यादा मुश्किल तो हमारे क्लास टेस्ट के सवाल होते हैं। सबूत और CCTV फुटेज आयोग ने क्यों छिपाया? कई चीजें बाहर आई हैं जो जांच का विषय है। हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे, राष्ट्रपति तक को बताएंगे कि बिहार में क्या हो रहा है। पहले देश की GDP गिरी, फिर बिहार में पुल गिरा और अब BPSC गिर गया।"
प्रशांत किशोर ने कही ये बात
इसी बीच बीपीसीएस के विरोध प्रदर्शन पर जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, "बिहार में पिछले 1-2 सालों से लोकतंत्र को लाठीतंत्र में बदल दिया गया है। अगर समाज का कोई वर्ग सरकार के पास अपनी बात कहने आता है तो उसे लाठियों से पीटना एक तरीका बन गया है। यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। सरकार को छात्रों की बात सुननी होगी। अगर समाज का कोई वर्ग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात कह रहा है तो उस पर लाठीचार्ज करने का कोई अधिकार नहीं है। मैं छात्रों के साथ खड़ा हूं, दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। हम छात्रों पर बल प्रयोग के खिलाफ हैं।"
13 दिसंबर से चल रहा प्रदर्शन
गौरतलब है कि बीपीएससी के अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना में आयोग के कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए। 13 दिसंबर को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा के दौरान अनियमितताओं के आरोपों के कारण शुरू हुआ। उम्मीदवारों ने दावा किया है कि पेपर लीक हो गया था और पेपर वितरित करने में देरी हुई थी। कई छात्रों ने यह भी बताया कि उन्हें पेपर लगभग एक घंटे देरी से मिला, जबकि अन्य ने दावा किया कि उत्तर पुस्तिकाएँ फाड़ दी गईं, जिससे संभावित लीक का संदेह बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने हाल ही में लाठी चार्ज किया था।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने कहा कि पुलिस को प्रदर्शनकारी छात्रों पर "लाठीचार्ज" नहीं करना चाहिए था और जो किया गया वह गलत था। लालू यादव ने कहा, "उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। यह गलत है।"