सोनीपत। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' आगामी गुरुवार को ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित विश्वविद्यालय में हो रहे बदलाव पर एक दो दिवसीय कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा 'रिइमेजिंग एंड ट्रांसफॉर्मिग यूनिवर्सिटी' पर आयोजित ग्लोबल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कोरोना काल में विश्वविद्यालयों में हो रहे बदलाव पर चर्चा होगी।
विश्वविद्यालय ने एक बयान में बताया कि ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हायर एजुकेशन रिसर्च एंड कैपिसिटी बिल्डिंग (आईआईएचईडी) की ओर से 6 और 7 अगस्त, 2020 को 'रीइमेजिंग एंड ट्रांसफॉर्मिग यूनिवर्सिटी : कंफ्ल्युएंस आफ आइडियाज ड्यूरिंग एंड बियोंड द कोविड-19 डिसरप्शन' विषय पर एक वैश्विक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
यह सम्मेलन छह ग्लोबल एजुकेशन नेटवर्क - एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज (एसीयू), एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू), कोइम्ब्रा ग्रुप ऑफ ब्राजीलियन यूनिवर्सिटीज, लासपाउ (हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े नेटवर्क), स्टार स्कॉलर्स नेटवर्क और कतर फाउंडेशन की भागीदारी में हो रहा है।
यह सम्मेलन भारत में शिक्षा और विश्वविद्यालयों के भविष्य को फिर से संवारने और बदलने के उद्देश्य से शुरू की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के ठीक बाद आयोजित हो रहा है। विश्वविद्यालय ने बताया कि केंद्रीय कैबिनेट शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
उद्घाटन के मौके पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) डी पी सिंह तथा एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) के महासचिव प्रोफेसर (डॉ) पंकज मित्तल भी मौजूद रहेंगे। इस आयोजन के दौरान भारतीय उच्च शिक्षा परिदृश्य की कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहेंगी जिनमें राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) वीरेंदर एस चौहान, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) अनिल डी सहस्त्रबुद्धे तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के उपाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) भूषण पटवर्धन प्रमुख हैं।