
इस वर्ष परीक्षा पे चर्चा प्रोग्राम, एक अलग अंदाज में आयोजित हुआ। इस वर्ष इस प्रोग्राम को आठ एपिसोड्स में आयोजित किया गया। इसमें पीएम मोदी समेत तमाम हस्तियों ने छात्रों से बातचीत कर उन्हें टिप्स दिए। आज के एपिसोड में यूपीएससी-सीएसई, आईआईटी-जेईई, सीएलएटी, सीबीएसई, एनडीए और आईसीएसई जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं के टॉपर्स शामिल हुए और अपनी कहानियां शेयर कीं। इसमें सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2022-23 की टॉपर राधिका सिंघल, आईएससी की टॉपर शुचिस्मिता अधिकारी, एमबीबीएस मणिपुर विश्वविद्यालय से बी निष्ठा, आईआईटी दिल्ली से आशीष वर्मा, आईआईटी बॉम्बे से चिदविलास रेड्डी और उन्लू बैंगलोर से जय कुमार बोहरा के साथ-साथ सीएलएटी 2024 के टॉपर अरमान प्रीत सिंह और यूपीएससी 2022 की टॉपर इशिता किशोर शामिल हुईं।
एक्स्ट्रा क्यूरिकलर एक्टिविटीज की इंपोर्टेंस पर दी सलाह
परीक्षा स्ट्रेटजी पर चर्चा करते हुए, टॉपर्स ने छात्रों को केवल सीखने पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी, क्योंकि परीक्षाएं केवल एक औपचारिकता है। सीबीएसई टॉपर राधिका सिंघल ने एक्स्ट्रा क्यूरिकलर एक्टिविटीज की इंपोर्टेंस पर जोर देते हुए कहा कि वे आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। एक अन्य टॉपर ने उल्लेख किया कि यदि आप प्रयास करते हैं, तो अच्छे परिणाम मिलेंगे। राधिका सिंघल, जिन्होंने 2023 में सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा में 99.6% के कोर के साथ टॉप किया था, ने अपनी सफलता का राज साझा किया। मेरठ की निवासी, राधिका ने छात्रों को एक्स्ट्रा क्यूरिकलर एक्टिविटीज के महत्व पर सलाह दी, उन्होंने कहा कि वे आत्मविश्वास बढ़ाने और समग्र व्यक्तित्व को बढ़ाने में मदद करती हैं।
जितना संभव हो उतना लिखें छात्र- आशीष वर्मा
आईआईटी दिल्ली के आशीष वर्मा ने बताया कि वे अपने इंटरव्यू क्लास के दौरान छात्रों को 25 मिनट तक पढ़ाई करने और फिर पांच मिनट का ब्रेक लेने की सलाह देते हैं। उनका मानना है कि बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए छात्रों को जितना संभव हो उतना लिखना चाहिए और पिछले साल के प्रश्नपत्रों को दोहराना चाहिए।
यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर ने क्या दी सलाह
इशिता ने सलाह दी कि हमें अपनी कमजोरियों के बजाय अपनी ताकत पर ध्यान देना चाहिए। यूपीएससी 2022 की टॉपर इशिता किशोर ने कहा कि परीक्षा का नाम सुनते ही अक्सर डर हम पर हावी हो जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि डर से हमें पीछे नहीं हटना चाहिए; हमें ईमानदारी से काम करते रहना चाहिए, क्योंकि यही समर्पण सफलता की कुंजी है।
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