हिमाचल प्रदेश में सरकार भी बदल गई लेकिन पेपर लीक का रिवाज बिल्कुल भी नहीं बदला। बता दें एग्जाम के ठीक 2 दिन पहले हिमाचल प्रदेश में JOA IT (Junior Office Assitant IT) का पेपर लीक हो गया है। पेपर के लीक होते ही एग्जाम रद्द कर दिया गया है। बता दें कि 25 दिसंबर को JOA IT भर्ती की परीक्षा होने वाली थी। जिस महिला पर पेपर लीक करने का आरोप लगा है, वह प्रदेश की सेलेक्शन कमीशन में सीनियर असिस्टेंट पद पर लंबे समय से काम कर रही है।
खबरों के मुताबिक, विजलेंस को एक शिकायत मिली थी कि महिला कर्मी और उसके बेटे समेत 6 लोग पेपर लीक करने में संलिप्त हैं। विजलेंस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। महिला कर्मी कि गिरफ्तारी हमीरपुर जिले से की गई है। इसके कुछ देर बाद आयोग ने एग्जाम रद्द कर दिया है।
2.50 लाख रुपये और एक कंप्यूटर बरामद
अधिकारियों ने कहा कि उसके घर की तलाशी के दौरान सतर्कता विभाग के अधिकारियों ने 2.50 लाख रुपये बरामद किए और वहां से एक कंप्यूटर जब्त किया। अधिकारियों ने कहा कि सहायक पुलिस अधीक्षक सतर्कता रेणु शर्मा पूरे अभियान की निगरानी कर रही थीं और छापे के दौरान गिरफ्तार कर्मचारी के घर पर भी थीं। बता दें कि इस भर्ती के लिए मई 2022 में 198 पदों के लिए आवदेन मांगे गए थे। आयोग ने बाद में कुछ अतिरिक्त पद और बढ़ाए थे। कुल 319 पदों के लिए 476 एग्जाम सेंटरों में 1,03,344 उम्मीदवारों की परीक्षा होनी थी।
गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं जब हिमाचल प्रदेश में कोई पेपर लीक हुआ है। इससे पहले भी कई बार पेपर लीक हो चुके हैं जो की एक गंभीर विषय है।
JOA IT 2021 भी रही थी विवादों में
सिंतबर 2021 में भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (JOA) आईटी का एग्जाम काफी विवादों में रहा है। बता दें कि सुंदरनगर के एक प्राइवेट कॉलेज में मोबाइल से फोटो खींचकर बाहर भेजे गए थे। इस मामले में नेरचौक के एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी का नाम भी सामने आया था। आरोपी उसी यूनिवर्सिटी का ही कर्मी था, जिसके कारण पेपर लीक हुआ। मामले में करीब एक दर्जन लोग नामजद हुए, लेकिन परीक्षा रद्द नहीं हुई।
2022 में पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर भी लीक
हिमाचल पुलिस कांस्टेबल के पदों 1334 पदों के लिए 27 मार्च 2022 को परीक्षा हुई थी। 6 मई को यह परीक्षा विवादों के बाद रद्द हो गई थी। बता दें कि पुलिस और सीआईडी ने मामला दर्ज कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस भर्ती के तार राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि तक जुडे़ मिले। जिसके बाद इस मामले में सीबीआई ने केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद 2 एफआईआर दर्ज कीं। अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है।