PHD करने वाले छात्रों के लिए बुरी खबर है, खासतौर से उन लोगों के लिए, जो कहीं से भी पीएचडी कर लेते थे। UGC और AICTE ने ऐसे लोगों को कड़ी चेतावनी दी है। यूजीसी का कहना है कि अगर आपने किसी ऐसे कॉलेज से पीएचडी की डिग्री ले ली जो किसी विदेशी यूनिवर्सिटी या फिर गैर मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है तो आपकी पीएचडी की डिग्री मान्य नहीं होगी। UGC और AICTE ने छात्रों को खास तौर से उन यूनिवर्सिटियों को लेकर आगाह किया है, जो आज कल सोशल मीडिया पर अपना जम कर प्रचार प्रसार कर रही हैं। यूजीसी का कहना है कि ऐसे यूनिवर्सिटियों की डिग्री भारत में मान्य नहीं होगी।
EduTech कंपनियों के लालच में ना आएं
इस संबंध में यूजीसी ने अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस भी जारी किया है, इसके साथ ही अपने ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया है। इसमें कहा गया है कि छात्रों को ऐसी EduTech कंपनियों से बच कर रहना चाहिए जो विदेशी यूनिवर्सिटियों से ऑनलाइन पीएचडी का लालच देकर आपको फांस लेती हैं। यानि की अगर आपने इन कॉलेजों से पीएचडी कर ली तो आपका समय और पैसों के साथ-साथ डिग्री भी बर्बाद जाएगी, क्योंकि भारत में आपकी यह डिग्री मान्य नहीं होगी।
डिस्टेंस से लर्निंग पर भी उठे सवाल
यूजीसी और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस ने उन छात्रों पर भी सवाल उठाए हैं, जो EduTech कंपनियों द्वारा ऑफर किए जा रहे डिस्टेंस लर्निंग कोर्स में हिस्सा ले रहे थे। यूजीसी का कहना है कि वह किसी भी ऐसे कॉलेज की डिग्री को मान्यता नहीं देगी जो मिनिमम स्टैंडर्ड्स एंड प्रोसीजर फॉर अवॉर्ड ऑफ एमफिल के साथ-साथ पीएचडी डिग्री रेगुलेशन 2016 को फॉलो नहीं करता है।