
मार्च माह के लगते ही कई राज्य इन दिनों गर्मी के सितम से परेशान हो रहे हैं, खासकर पूर्वी राज्य जैसे उड़ीसा। यहां इन दिनों खासा गर्मी पड़ रही है, लोग गर्मी के कारण घरों में रहने को मजबूर हैं। राज्य में अभी से ही करीबन 34 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हो रहा है और ह्यूमिडिटी 43 फीसदी महसूस की जा रही है। ऐसे में बच्चों को इस तपन से बचाने के लिए सरकार ने फैसला किया है कि स्कूलों के समय में बदलाव हो।
सरकारी व प्राइवेट सभी के बदले टाइम
सरकार का फैसला सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों के समय में बदलाव किया है। ओडिशा सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि अभी स्कूल परीक्षाएं 27 मार्च तक चलेंगी। ऐसे में नए एकेडमिक सेशन की क्लास 2 अप्रैल से चलेंगी और कक्षाएं सुबह के समय से शुरू होंगी। गर्मियों के दौरान आगंनवाड़ी केंद्र भी सुबह 7 से 9 बजे तक संचालित होंगे। पुजारी ने बताया कि राज्य के कई इलाकों में तापमान सामान्य से एक माह पहले ही बढ़ने शुरू हो गए। बौध, संबलपुर,झारसुगुड़ा,बरगढ़,बोलनगीर और सुंदरगढ़ जैसे जिलों में लू चल रहे हैं, जबकि तटीय क्षेत्रों में उमस देखी जा रही है।
लू से बचने के लिए उठाए जाएंगे कदम
आगे मंत्री ने कहा, "मौजूदा स्थिति को देखते हुए, सरकार ने विभिन्न विभागों और जिला कलेक्टरों को लू से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश जारी किए हैं। कलेक्टर को सरकार के मंजूरी का इंतजार किए बिना स्थानीय जरूरतों के आधार पर जरूरी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। पिछले 10 सालों में सनस्ट्रोक के कारण 330 से ज्यादो लोगों की मौत हो चुकी है हमने अधिकारियों से सनस्ट्रोक से होने वाली मौतों की रोकथाम हेतु कदम उठाने को कहा है।"
आगे कहा कि सड़कों के किनारे पीने के पानी की सुविधा और आराम करने के लिए जगहें बनाई जाएंगी। पंचायती राज विभाग ने पीने के पानी की कमी वाले एरिया में नए ट्यूबवेल के लिए 300 करोड़ रुपये पहले ही पास कर दिए हैं। अगर जरूरत पड़ी तो और भी फंड दिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने बिजली से जुड़ी समस्या पर कहा कि ऊर्जा विभाग को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक और रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक बिजली कटौती से बचने के लिए कहा गया है।
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