नई दिल्ली: राजस्थान सरकार ने उदयपुर स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण देने के मद्देनजर प्रवेश देने के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए महाविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम में 15 तथा स्नातकोत्तर में 10 सीटें बढ़ाने के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, उदयपुर में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में नियमित प्रवेश क्षमता क्रमशः 60 और 40 है. अब इसे बढ़ाकर 75 और 50 किया गया है. इस सीट वृद्धि के फलस्वरूप राज्य सरकार पर प्रति वर्ष 72.79 लाख रूपए का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा.
सरकारी बयान के अनुसार, गहलोत के इस निर्णय से बढ़ी हुई सीटों पर पूर्व में ही प्रवेश ले चुके छात्रों का एक वर्ष का समय खराब नहीं होगा. इस विषय में वित्त विभाग की अनुमति के बिना विद्यार्थियों को अतिरिक्त सीटों पर प्रवेश देने के लिए उत्तरदायी अधिकारियों अथवा कार्मिकों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी.