इस मार्डन जमाने में दुनिया में एजुकेशन के तौर-तरीके अब बदल रहे हैं तो भला भारत क्यों इससे दूर रहे। ऐसे में भारत सरकार ने आजादी के बाद पहली बार शिक्षा में सुधार करने का मन बनाया और साल 2020 में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू किया। इसके तहत शिक्षा में कई सारे बदलाव हो रहे हैं। माना जा रहा कि इससे देश में बेरोजगारी वाली समस्या से छुटकारा पाया जाएगा और हमारी एजुकेशन सिस्टम ग्लोबल एजुकेशन सिस्टम के बराबर हो जाएगी। इसी कारण उन्होंने दो डिग्री एक साथ लेने का नियम भी बनाया। इस सेशन से इसकी शुरुआत हो रही है।
जल्द पूरे देश में होगी शुरू
सरकार ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी यानी NEP 2020 के तहत अब छात्रों को एक ही समय या कहें एक साथ 2 पूर्णकालिक डिग्री हासिल करने का मौका भी मिला है। हालांकि यूरोपीय देशों में यह ऑप्शन काफी पहले से है। पर देश में अभी डीयू यानी दिल्ली यूनिवर्सिटी में इसकी शुरुआत हुई है। जल्द ही देश के अन्य यूनिवर्सिटीज में यह लागू हो जाएगी।
दो डिग्री कोर्स में क्या है अलग
नए विकल्प में दो एकेडेमिक कोर्स एक साथ करने पर दो अलग-अलग डिग्री कोर्स को एक साथ कर सकते हैं। कोर्स पूरा करने पर छात्रों दोनों डिग्रियां मिलेंगी और हर जगह मान्य भी होंगी।
क्या हैं शर्तें
अगर आप दो एकेडेमिक कोर्स एक साथ करने जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि एक कोर्स के क्लास की टाइमिंग दूसरे कोर्स की कक्षाओं के टाइम से अलग रहे। साथ ही दो डिग्री कोर्स में एक कोर्स फिजिकल मोड में दूसरा कोर्स ओपन व डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन मोड में या दोनों कोर्स ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग अथवा ऑनलाइन मोड में हो। इसके अलावा दोनों कोर्स समान स्तर का हो, यानी एक ग्रेजुएट और दूसरा पीजी लेवल का कोर्स एक साथ नहीं कर सकते। वहीं, दोनों कोर्स यूजीसी से मान्यता प्राप्त होने चाहिए। सबसे जरूरी बात यह एक ही यूनिवर्सिटी, संस्थान या फिर दो अलग-अलग संस्थानों से भी किया जा सकता है।
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