जवाहर लाल नेहरू यानी जेएनयू में जल्द ही हिंदू स्टडी, बौद्ध स्टडी और जैन स्टडी के लिए केंद्र बनाएं जाएंगे। इसके लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मंजूरी दे दी है। जेएनयू ने इसके लिए एक नोटिस भी जारी किया है। ये नोटिस रजिस्ट्रार की ओर से जारी किए गए हैं। हाल में इसके लिए एकाडमिक काउंसिल ने इसके लिए एक मीटिंग की थी, जिस पर अब मुहर लगा दी गई है। NEP 2020 के तहत शिक्षा में टीचिंग-लर्निंग और रिसर्च में इनोवेशन लाने के लिए ये तीनों केंद्र बनाए जा रहे हैं।
क्या कहा गया नोटिस में?
नोटिस में कहा गया कि 29 जून को एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने अपनी एक बैठक में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 और इंडियन नॉलेज सिस्टम का पता लगाने और यूनिवर्सिटी में इसके आगे कार्यान्वन के लिए गठित समिति ने सिफारिश की मंजूरी दी है। यूनिवर्सिटी और संस्कृत स्कूल और इंडिक स्टडीज में सेंटर ऑफ हिंदू स्टडीज, सेंटर फॉर बुद्ध स्टडीज और सेंटर फॉर जैन स्टडीज स्थापित किए जाएंगे।
शुरुआत में होंगी इतनी सीटें
जानकारी के लिए बता दें कि तीनों स्टडी केंद्र से छात्र मास्टर की डिग्री और पीएचडी कर सकेंगे। इनमें एडमिशन कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी, CUET) के जरिए होंगे। तीनों स्टडी केंद्र संस्कृत एवं प्राच्य विद्या अध्ययन संस्थान में शुरू होंगे। इसके बाद इनके लिए अलग से इंफास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। इसके लिए अगले सेशन से परीक्षा देने वाले स्टूडेंड यहां पर एडमिशन ले सकेंगे। शुरुआत में तीनों केंद्रों में 20-20 सीटें होंगी फिर इसके बाद इनमें सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
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