अक्सर आपने स्कूलों बच्चों के हाथ में स्टिंग, कोक, रेड बुल आदि एनर्जी ड्रिंक्स देखे होंगे। ये एनर्जी ड्रिंक्स बच्चों की सेहत को काफी नुकसान पहुंचाती है। पर हवाबाजी के चक्कर में बच्चे ये एनर्जी ड्रिंक्स गटकते रहते हैं। अब महाराष्ट्र की सरकार इसे लेकर सख्त कदम उठाने जा रही है। महाराष्ट्र के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम ने राज्य विधान परिषद में इसकी जानकारी दी।
इतने दायरे में नहीं बिकेंगे एनर्जी ड्रिंक्स
मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम ने शुक्रवार को राज्य विधान परिषद में कहा कि उनका विभाग जल्द ही राज्य के स्कूलों के 500 मीटर के दायरे में हाई कैफीन आइटम्स वाले एनर्जी ड्रिंक्स की बिक्री पर बैन लगाने का आदेश जारी करेगा। उन्होंने राज्य विधानमंडल के ऊपरी सदन में प्रश्नकाल के दौरान निर्दलीय विधायक सत्यजीत तांबे के एक सवाल का जवाब देते हुए यह भरोसा दिया।
जल्द लगेगा बिक्री पर बैन
अत्राम ने कहा, "एफडीए जल्द ही राज्य में स्कूलों के 500 मीटर के दायरे में हाई कैफीन आइटम वाले एनर्जी ड्रिंक्स की बिक्री पर बैन लगाने का आदेश जारी करेगा। मौजूदा नियमों के अनुसार, एक लीटर कार्बोनेटेड या नॉन-कार्बोनेटेड ड्रिंक में 145 मिली से 300 मिली के बीच कैफीन की मात्रा की परमिशन है।" परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरहे ने अत्राम को बैन किए जाने वाले पेय पदार्थों की एक लिस्ट तैयार करने और आदेश के प्रभावी इंप्लीमेंट के लिए पूरे राज्य में एफडीए अधिकारियों के साथ इसे सर्कुलेट करने का निर्देश दिया।
विधायक ने पूछा था सवाल
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधान परिषद में विधायक सत्यजीत तांबे ने स्कूल के बाहर बिकने वाले हाई एनर्जी ड्रिंक्स का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इन हाइ एनर्जी ड्रिंक्स (रेड बुल, स्टिंग) में कैफिन की मात्रा बहुत अधिक होती है। इन ड्रिंक्स पर रोक लगाई जाए। इसपर मंत्री धर्मराव बाबा अत्राम ने ये बातें कही।
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