ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल सांइसेज (AIIMS) दिल्ली ने हाल ही में घोषणा की है कि वह आगामी 28 जुलाई को नेशनल एग्जिट टेस्ट (NExT) के लिए एक मॉक आयोजित करेगा। ये NExT नीट पीजी की जगह पर लाया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि साल 2019 बैच के पहला NExT एग्जाम आयोजित किया जाएगा। ये परीक्षा साल में दो बार आयोजित होगी। पहला एग्जाम नवंबर-दिसंबर और दूसरा एग्जाम मई-जून में आयोजित होगा। जानकारी दे दें कि इस परीक्षा को पास करना उन सभी MBBS उम्मीदवारों के लिए जरूरी होगा, जो देश में मेडिकल की प्रैक्टिस के लिए लाइंसेंस लेने के इच्छुक हैं। साथ ही इसी स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों को एमडी और एमएस जैसे कोर्सेज में एडमिशन मिलेगा। NMC ने जारी की गई गाइडलाइन साफ तौर पर कहा है कि MBBS फाइनल ईयर से लेकर 10 सालों के अंदर उम्मीदवारों को NExT परीक्षा पास करनी होगी। 10 साल के बाद आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को अयोग्य करार दे दिया जाएगा।
क्या है NExT एग्जाम और रूल?
देश (भारत) में मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए ग्रेजुएट (MBBS) की पात्रता प्रमाणित करने के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट (NExT) आयोजित होगा। हम इसे एक लाइसेंसधारी परीक्षा के रूप में देख सकते हैं। बता दें कि इसी के स्कोर के आधार पर पीजी कोर्सों में एडमिशन दिया जाएगा। जिन छात्रों ने NMC द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेज से अपना MBBS कोर्स पूरा कर लिया है, उन्हें NExT फेज 1 में शामिल होना होगा। एक बार जब वे इसे पास कर लेंगे, तो फिर इंटर्नशिप करनी होगी जिसके बाद वे NExT फेज 2 के लिए शामिल हो सकते हैं। नियमों की मानें तो, उम्मीदवारों को एमबीबीएस कोर्स में शामिल होने के 10 साल के भीतर NExT (फेज 1 और 2) को पास करना होगा।
ये उम्मीदवार होंगे योग्य
NExT यानी कि नेक्स्ट राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (INI) सहित NMC द्वारा अनुमोदित सभी मेडिकल कॉलेजों में MBBS करने वाले सभी ग्रेजुएट मेडिकल छात्र दे सकेंगे। सभी विदेशी मेडिकल ग्रेजुएट (एफएमजी) जो भारत में मेडिकल का लाइसेंस लेना चाहते हैं, वे भी इस परीक्षा के लिए क्वालिफाईड हैं। बिना इसके वे भारत में प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे। आधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक “NExT फेज 1 में उपस्थित होने के प्रयासों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है, बशर्ते कि उम्मीदवार ने एमबीबीएस कोर्स में शामिल होने के 10 साल के भीतर NExT फेज 1 और NExT फेज 2 दोनों परीक्षा पास की हो। स्कोर में सुधार के लिए NExT फेज 1 परीक्षा में उपस्थित होने के प्रयासों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है, बशर्ते कि स्कोर में सुधार के लिए ये परीक्षाएं NExT फेज 1 के पूरा होने के बाद ली जाएं।”
कितने सालों तक मान्य होगा सर्टिफिकेट?
ग्रेजुएशन कोर्सों में एडमिशन के लिए योग्यता निर्धारित करने के लिए NExT फेज 1 स्कोर 5 साल के लिए वैध रहेगा। हालांकि, यदि कोई अभ्यर्थी NExT फेज 1 के परीक्षा चक्र में फिर से उपस्थित होता है, तो पिछले NExT चरण 1 के नंबर रैंक निर्धारण के लिए अमान्य होंगे।
फेल होने पर क्या होगा?
NExT फेज 2 पूरक परीक्षा केवल उन उम्मीदवारों के लिए साल में दो बार आयोजित की जाएगी, जो 7 विषयों में से एक या अधिक में असफल रहे हैं और उन्हें विषयों को दोहराना पडे़गा। हालांकि, यदि कोई उम्मीदवार तीन से अधिक विषयों में फेल हो गया है, तो उसे सभी 7 विषयों में फिर से परीक्षा देनी होगी। आधिकारिक नोटिस की मानें, "NExT फेज 2 में उपस्थित होने के प्रयासों की संख्या पर कोई प्रतिबंध नहीं है, बशर्ते अभ्यर्थी ने एमबीबीएस कोर्स में शामिल होने के 10 साल के भीतर NExT फेज 1 और NExT फेज 2 परीक्षा पास की हो।"
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