NExT एग्जाम पर इन दिनों घमासान छिड़ा हुआ है। एग्जाम और फीस को लेकर छात्रों में तो आक्रोश था ही साथ आईएमए ने भी विरोध किया था। इसके फलस्वरूप केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी और छात्रों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बीते दिन एक कार्यक्रम में कहा कि 2019 एमबीबीएस बैच को नेशनल एग्जिट टेस्ट (NExT) के तहत कवर नहीं किया जाएगा और यह अगले बैच के लिए लागू होगा। जानकारी दे दें कि हेल्थ मिनिस्टर आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) रायपुर में क्रिटिकल केयर यूनिट की आधारशिला रखने के बाद वहां छात्रों के साथ बातचीत के दौरान ये बात कही। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार और नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ऐसा कोई निर्णय नहीं लेंगे, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो।
क्या है NExT
एनएमसी एक्ट के मुताबिक, नेशनल एग्जिट टेस्ट एक कॉमन क्वालिफाइंग फाइनल ईयर की एमबीबीएस परीक्षा, जो मार्डन मेडिसिन प्रैक्टिस के लिए एक लाइसेंसधारी परीक्षा है। और साथ ही ये पोस्टग्रेजुएट कोर्सों में मेरिट-बेस्ड एडमिशन और विदेशी मेडिकल ग्रेजुएट्स के लिए एक स्क्रीनिंग परीक्षा के रूप में भी काम करेगा, जो भारत में प्रैक्टिस करना चाहते हैं।
"इस बैच को NExT के तहत नहीं लिया जाएगा"
एक सवाल (क्या NExT मेडिकल छात्रों के लिए अतिरिक्त तनाव पैदा करेगा) पूछे जाने पर मंत्री मंडाविया ने कहा, “किसी भी छात्र को किसी भी प्रकार की तनाव से गुजरने की जरूरत नहीं है। मैं 2019 बैच को NExT के तहत नहीं ला रहा हूँ। मैं 2020 बैच को इसके अंतर्गत लाऊंगा। NExT इस साल आयोजित नहीं होगा।" उन्होंने आगे कहा, "दूसरी बात यह है कि मैं फाइनल एग्जाम को NExT नहीं मानूंगा... डिग्री दीजिए, लेकिन डिग्री देने के बाद रजिस्ट्रेशन तभी होगा जब आप NExT पास कर लेंगे। इसका मतलब है कि NExT NEET के बराबर है।" मंत्री ने फिर कहा कि सरकार और एनएमसी ऐसा कोई फैसला नहीं लेंगे, जिससे छात्रों के बीच भ्रम बने।
आईएमए ने किया था विरोध
इससे पहले आईएमए ने नेशनल एग्जिट टेस्ट (NExT) का विरोध करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में इसे तब तक लागू करना संभव नहीं है जब तक कि नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) भारत में मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा के समान मानकों को तय नहीं कर देता। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने अपने बयान में कहा कि आईएमए और उसके मेडिकल छात्रों का नेटवर्क देश पर एकतरफा थोपे जा रहे NExT को लेकर चिंतित है। बयान में आगे कहा गया है, "इन परिस्थितियों में, हम केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने और एनएमसी को NExT के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने की अपील करते हैं।"
जानकारी दे दें कि एनएमसी ने पिछले हफ्ते NExT (नेशनल एग्जिट टेस्ट) रेगुलेशन 2023 जारी किया था, जिसमें कहा था कि एग्जाम दो चरणों में आयोजित की जाएगी, जिसमें NExT चरण 1 और NExT चरण 2 परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी।
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