यूपी के स्कूलों को 2019-20 के सेशन में फीस न बढ़ाने के आदेश
न्यूज | 27 Apr 2020, 8:00 PMकोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन चल रहा है जिसके कारण सभी स्कूल भी बंद चल रहे हैं ऐसे में छात्रों के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर आई है
कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन चल रहा है जिसके कारण सभी स्कूल भी बंद चल रहे हैं ऐसे में छात्रों के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर आई है
केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने लॉक डाउन को देखते हुए नया लनिर्ंग मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च करने का फैसला लिया है। नया लनिर्ंग मैनेजमेंट सिस्टम, इन्फ्लिबीनेट केंद्र के सहयोग से बनाया और चलाया जाएग।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने सोमवार को वेबिनार के माध्यम से देशभर के अभिभावकों एवं छात्रों से संवाद किया और कोविड-19 की वजह से उत्पन्न परिस्थितियों की वजह से उनके मन में उठ रहे विभिन्न सवालों के जवाब दिए।
10वीं और 12वीं की लंबित बोर्ड परीक्षाएं कब होंगी? क्या 10वीं व 12वीं के छात्रों को बिना बोर्ड परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जा सकता है?
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉक डाउन है। ऐसे में रिसर्च से जुड़े छात्रों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शोधगंगा नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया है
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन शिक्षा को बिना किसी अवरोध के जारी रखने का प्रयास किया है। इसी प्रयास में आज(बुधवार को) एक और कड़ी जोड़ते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने विभिन्न ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफार्म पर गुणवत्तापूर्ण डिजिटल पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए विद्यादान-2 की शुरुआत की।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने आईआईटी दिल्ली के निदेशक और कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज (केएसबीएस) की उस टीम से मुलाकात की, जिसने कोरोना टेस्ट किट बनाई है,
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वैज्ञानिकों के एक समूह ने कोरोना वायरस का एक टीका विकसित किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशानिर्देश पर राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने वैकल्पिक अकादमिक कैलेंडर बनाया है।
मध्यप्रदेश में समस्त शासकीय और अशासकीय स्कूलों में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश एक मई से सात जून तक रहेगा।
ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी का जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल (जेजीएलएस) कोविड-19 महामारी के बीच कानून के पेशे पर वेबिनार और वैश्विक सम्मेलनों का आयोजन करेगा।
आईआईटी रूड़की के एक प्राध्यापक ने ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित करने का दावा किया है जो संदिग्ध मरीज के एक्स-रे स्कैन का प्रयोग कर पांच सेकेंड में कोविड-19 का पता लगा सकता है।
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