उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश के सभी 1.33 लाख सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में नया एकेडमिक सेशन 2024-25 आज सोमवार यानी 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। हालांकि, इन स्कूलों में अभी तक बच्चों के लिए किताबें नहीं पहुंची हैं। जानकारी दे दें कि सरकारी स्कूलों में लगभग 1.9 करोड़ छात्र पढ़ रहे हैं। बता दें कि कहीं जिला स्तर पर तो कहीं ब्लॉक स्तर पर किताबें पहुंच गई हैं तो वहीं, कई छात्र शुरुआती दिनों में बिना किताबों के ही क्लास अटेंड करेंगे।
बांटी जाती है हर साल करीब 14-15 करोड़ किताबें
जानकारी दे दें कि प्रदेश में कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को हर साल करीब 14 से15 करोड़ मुफ्त किताबें बांटी जाती हैं। इसके लिए डिपार्टमेंट जरूरी प्रक्रिया समय से पूरी कर 1 अप्रैल से पहले किताबें उपलब्ध करा देता है, पर इस बार कक्षा 3 से 8 तक की किताबें सीतापुर, बाराबंकी, देवरिया, बस्ती और संत कबीर नगर जिले के ब्लॉकों में ही पहुंच पाईं हैं। मार्च में होली, गुड फ्राइडे की छुट्टियों के कारण किताब स्कूलों में उपलब्ध कराने के कार्य में देरी हुई है।
पहली बार एनसीईआरटी की किताबें शामिल
स्टेट एजुकेशन डिपार्टमेंट के टेक्सट बुक अधिकारी माधव तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा, “पहली बार कक्षा 1 और 2 में एनसीईआरटी की किताबें इस्तेमाल की जाएंगी। शुरुआत में किताबें मिलना मुश्किल लगता है। वहीं, पिछले साल की तरह अभी तक स्कूलों तक किताबें पहुंचाने का बजट भी जारी नहीं हुआ है। किताबों का टेंडर पिछले साल दिसंबर में हुआ था, जिसके बाद जनवरी से किताबों की आपूर्ति शुरू हो गई।”
जानकारी दे दें कि बेसिक शिक्षा विभाग नए सेशन से कक्षा 1 और 2 में एनसीईआरटी कोर्स लागू कर रहा है। ऐसे में स्थानीय कोर्स को एनसीईआरटी कोर्स के अनुरूप ही तैयार किया गया है।
ये भी पढ़ें:
इंटेलिजेंस ब्यूरो में निकली 600 से ज्यादा पदों पर भर्ती, यहां देखें कैसे करना है आवेदन