नई एजुकेशन पॉलिसी लागू करने की दिशा में यूजीसी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। यूजीसी इसके लिए लाखों टीचर्स को ट्रेनिंग देगी। एक अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने 15 लाख हायर एजुकेशन टीचर्स के समग्र विकास और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के मुताबिक मानवीय मूल्यों को विकसित करने के लिए एक क्षमता निर्माण प्रोग्राम शुरू कर दिया है। यूजीसी के मालवीय मिशन-शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, भारत भर में 111 संस्थानों की पहचान की गई है, जिन्हें मालवीय मिशन टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर (एमएमटीटीसी) कहा जाएगा।
शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
यूजीसी के एक अधिकारी ने कहा, "शिक्षकों को इन संस्थानों में ट्रेनिंग दी जाएगी। कुछ प्रोग्राम ऑफ़लाइन हैं जबकि अन्य ऑनलाइन हैं। हमारा लक्ष्य अगले दो से तीन सालों में हायर एजुकेशन में सभी 15 लाख शिक्षकों की ट्रेनिंग पूरी करनी है।" अधिकारी के मुताबिक, इसका उद्देश्य टीचर्स और ट्रेनिंग में गुणवत्ता और उत्कृष्टता पैदा करके सभी स्तरों पर एजुकेशन की क्वालिटी में सुधार करना है। बता दें कि मिशन की घोषणा पिछले हफ्ते शिक्षक दिवस के अवसर पर की गई थी।
छात्रों में बेहतर क्षमता विकसित
यूजीसी अधिकारी ने आगे कहा, "यह भारतीय संस्कृति में निहित नैतिकता और मानवीय मूल्यों के समावेश के साथ शिक्षकों और छात्रों के समग्र विकास को भी सुनिश्चित करेगा और उनमें बहु-विषयक और बेहतर सोच की क्षमता विकसित करेगा।" अधिकारी ने कहा कि फैकल्टी सदस्यों के लिए 2 सप्ताह का ऑनलाइन क्षमता-निर्माण कार्यक्रम एनईपी 2020 की प्रमुख विशेषताओं के साथ सावधानीपूर्वक डिजाइन किया गया है। बता दें कि एनडीए सरकार द्वारा लाई गई न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020, कांग्रेस-युग की एजुकेशन पॉलिसी 1986 की जगह लेगी है, यह साल 2020 से प्रभावी है।
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