उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड ने नए साल की शुरुआत के साथ मदरसों में मिल रही शिक्षा में भी कुछ नया करने की तैयारी कर शुरू कर दी है। यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद का एक बडा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मदरसा के मदरसे में पढ़ने वाले बच्चे इस साल NCERT (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) के पाठ्यक्रम की भी स्टडी करेंगे। उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी दी जाएगी।
मदरसों का फोकस 'आधुनिक' शिक्षा पर
जानकारी के मुताबिक इफ्तिखार अहमद जावेद ने अपने बयान में कहा कि आन वाले नए शैक्षणिक वर्ष में राजकीय मदरसों का फोकस 'आधुनिक' शिक्षा पर ज्यादा रहेगा। इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि अब मदरसे के बच्चे कंप्यूटर, गणित, विज्ञान की पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मदरसों के लिए नया सिलेबस मार्च में जारी किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि केजी(KG), एलकेजी(LKG) और यूकेजी(UKG) जैसी प्री-प्राइमरी कक्षाएं मार्च से शुरू होंगी।
'मदरसा का बच्चा किसी तरह से कमतर न रहे'
यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन ने कहा कि यूपी के और स्कूलों की तरह मदरसों में भी नर्सरी,यूकेजी(UKG) और केजी(KG) की कक्षाएं चलेंगीं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि मदरसा का बच्चा किसी तरह से कमतर न रहे, इसकी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मदरसा का बच्चा NCERT की किताबें पढ़ेगा।