Highlights
- उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग ने प्रथम चरण की परीक्षाओं का कैलेण्डर निर्धारित किया
- UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्त के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल
Sarkari Naukri : उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी (UKSSSC) भर्ती घोटाले के बीच सरकार ने बेरोजगार युवाओं को बड़ी खुशख़बरी दी है। उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग (Uttrakhand Public Service Commission) ने प्रथम चरण की परीक्षाओं का कैलेण्डर निर्धारित कर दिया है। पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं के जल्द आयोजन के लिए उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग युद्धस्तर पर तैयारियां कर रहा है। जिसके तहत उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग की बैठक में पहले चरण की परीक्षाओं की तारीख निर्धारित कर दी गई हैं।
उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ, राकेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न समूह ग की परीक्षाओं के विज्ञापन प्रकाशन एवं प्रस्तावित परीक्षा तिथि निर्धारित की गयी है।
लोक सेवा आयोग का निर्धारित कैलेण्डर -
- पुलिस आरक्षी-पीएसी/आई.आर.बी/अग्निशामक की विज्ञापन प्रकाशन तिथि 07 अक्टूबर, 2022 और परीक्षा की तारीख 18 दिसम्बर, 2022 निर्धारित की गई है।
- राजस्व उप निरीक्षक/लेखपाल की विज्ञापन प्रकाशन तिथि 14 अक्टूबर, 2022 और परीक्षा तिथि 08 जनवरी, 2023 निर्धारित की गई है।
- वन आरक्षी की विज्ञापन प्रकाशन तिथि 21 अक्टूबर, 2022 तथा परीक्षा तिथि 22 जनवरी, 2023 निर्धारित की गई है।
- सहायक लेखाकार/लेखा परीक्षक की विज्ञापन प्रकाश तिथि 28 अक्टूबर, 2022 एवं परीक्षा तिथि 12 फरवरी, 2023 निर्धारित की गई है।
आयोग के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार ने कहा कि शासन और विभागीय नियमावलियों के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं के आयोजन के लिए आयोग युद्धस्तर पर पुख्ता तैयारियां कर रहा है। अभी प्रथम चरण की परिक्षाओ की तिथियों का निर्धारण किया गया है। जल्द ही अन्य परिक्षाओं की तिथियां भी निर्धारित की जाएंगी।
UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्त के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल
UKSSSC मामले में अब तक कुल 18 अभियुक्तों पर चार्जशीट हो चुकी है जबकि गैंगस्टर एक्ट के लिए 21 आरोपियों की जुडिशल रिमांड स्वीकृत हो चुकी है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में संलिप्त 41 आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है वही दूसरी ओर वन दरोगा मामले में 03 सचिवालय रक्षक भर्ती में एक आरोपी की गिरफ़्तारी हो चुकी है। एसटीएफ ने प्रमुख कड़ियों को जोड़ते हुए तीन ऐसे अभियुक्तों को भी गिरफ़्तार किया है जो UKSSSC और सचिवालय रक्षक परीक्षा धांधली दोनों में शामिल हैं। इसके अलावा वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती मामले में भी दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को किया गया था मुकदमा दर्ज
इस पूरे मामले में UKSSSC ने 4 व 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तर की परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की थी जिसमें करीब एक लाख 60 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे। बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच हेतु माँग की थी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें 41 आरोपियों को गिरफ़्तार कर दिया गया है। इसके अलावा सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जाँच भी STF को सौंपी गई। इसके साथ ही वर्ष 2020 में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह की भी विस्तृत जाँच एसटीएफ को सौपी गई।
रिपोर्ट-दीपक तिवारी