नई दिल्ली। एक अखबार की कटिंग के साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में नौकरी का एक विज्ञापन सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। लेकिन कहीं आप भी किसी ठगी का शिकार न हो जाएं इससे पहले आप इस भ्रामक विज्ञापन की सच्चाई जान लें। सोशल मीडिया पर वायरल इस विज्ञापन कटिंग को लेकर सरकार की फैक्ट चेक ऑर्गेनाइजेशन पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने इसकी जांच-पड़ताल की है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो में नौकरी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक रिक्रुटमेंट विज्ञापन के मुताबिक, ‘इंटेलिजेंस ब्यूरो’ (IB) में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर ग्रेड-2 और एक्जिक्यूटिव के कुल 2000 पदों के लिए वैकेंसी निकली है, इसमें जनरल के 900 से ज्यादा पद हैं, जबकि बाकी पद आरक्षित कोटे (EWS/OBC/SC/ST) के लिए हैं। सैलरी भी काफी अच्छी (Level 7: Rs. 44,900-1,42,400) है। ऐसे में यह वैकेंसी युवाओं को खूब आकर्षित कर रही है।
जानिए भ्रामक विज्ञापन की सच्चाई?
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो की फैक्ट चेक टीम ने इसे फर्जी बताया है और भ्रामक विज्ञापन की सच्चाई सामने लाते हुए बताया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में ऐसी कोई भर्ती विज्ञापन नहीं निकाला है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम का कहना है कि यह विज्ञापन फर्जी है। आईबी में ऐसी बहाली यूपीएससी यानी केंद्रीय लोक सेवा आयोग (UPSC), एसएसी के माध्यम से होती है। यानी सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन आईबी में ऐसी कोई वैकेंसी नहीं निकली है। ऐसे में युवाओं को इस तरह के विज्ञापन के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए।
किसी भी भ्रामक खबर की यहां करें शिकायत
पीआईबी लगातार लोगों से यह आग्रह करता रहता है कि भ्रामक खबरों को शेयर न करें। पिछले दिनों यह खबर भी वायरल हुई थी कि देश में एकबार फिर 15 दिन का लॉकडाउन लगाया जा रहा है जबकि यह खबर गलत और भ्रामक है। बता दें कि, सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है।