इंदौर। कोविड-19 के जारी संकट की पृष्ठभूमि में इंदौर के भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम-आई) के एक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरी हो गयी है। इस दौरान सालाना पगार पैकेज का सबसे ऊंचा प्रस्ताव 153 फीसद के बड़े उछाल के साथ 80 लाख रुपये पर पहुंच गया है। आईआईएम-आई की संचार कार्यकारी अनन्या मिश्रा ने बृहस्पतिवार को बताया, "हमारे एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (ईपीजीपी) की वर्ष 2019-20 की बैच के प्लेसमेंट सत्र के दौरान 80 लाख रुपये के सालाना पगार पैकेज का सबसे ऊंचा प्रस्ताव दिया गया। यह पेशकश भारत में ही नौकरी के लिये की गयी।"
उन्होंने बताया कि आईआईएम-आई की वर्ष 2018-19 की ईपीजीपी बैच के प्लेसमेंट सत्र के दौरान सालाना पगार पैकेज का सबसे ऊंचा प्रस्ताव 31.68 लाख रुपये के स्तर पर रहा था। मिश्रा ने बताया कि हाल ही में प्लेसमेंट प्रक्रिया से गुजरी 2019-20 की ईपीजीपी बैच में 43 विद्यार्थी शामिल थे। इन्हें सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, ऊर्जा, तेल व गैस, इंजीनियरिंग, खरीद, वाहन विनिर्माण, स्वास्थ्य, परामर्श (कंसल्टिंग), इस्पात आदि क्षेत्रों में पेशेवर अनुभव हासिल है।
उन्होंने बताया कि प्लेसमेंट सत्र के दौरान इस बैच को औसतन 24.10 लाख रुपये के सालाना वेतन के प्रस्ताव मिले। इस दौरान कंसल्टिंग, बिक्री, मार्केटिंग और वित्त के क्षेत्रों में रोजगार की पेशकश को लेकर नियोक्ताओं का सबसे ज्यादा रुझान देखा गया। ईपीजीपी, आईआईएम-आई का चलाया जाने वाला एक साल का पूर्णकालिक और आवासीय एमबीए पाठ्यक्रम है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से पांच साल के अनुभव वाले पेशेवरों के लिये तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य उन्हें संस्थानों में मध्यम से वरिष्ठ स्तर के पदों के लिये तैयार करना है।