दिल्ली नगर निगम के स्कूलों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के चीफ अरविंद केजरीवाल की एक बयान सामने आया है। उन्होंने लिबासपुर गांव में सर्वोदय सह-शिक्षा विद्यालय के उद्घाटन के बाद कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने सरकारी स्कूलों में सुधार करके शहर की शिक्षा प्रणाली में अमीर और गरीब के बीच के अंतर को खत्म कर दिया है। उन्होंने अगले पांच से सात साल में दिल्ली नगर निगम (MCD) के सभी स्कूलों के पुनर्विकास का वादा किया।
'पहले कोई व्यवस्थ नहीं होती थी'
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विद्यालय की कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और सभागार दिल्ली के निजी स्कूलों के मुकाबले काफी अच्छे हैं। उन्होंने कहा, “पहले दिल्ली में सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब हुआ करती थी। कक्षाएं तंबू के अंदर संचालित की जाती थीं, स्कूलों की छतें टूटी हुई थीं। वहां शौचालय या पीने के पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं थी। गरीब परिवार अपने बच्चों को ऐसे स्कूलों में भेजने के लिए मजबूर थे, लेकिन ‘आप’ सरकार ने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में अमीर और गरीब के बीच के अंतर को पाट दिया।”
'रोजगार देने को प्राथमिकता देंगे'
आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि ‘आप’ सरकार एमसीडी द्वारा संचालित स्कूलों में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा, “हमने MCD स्कूलों के कायाकल्प पर ध्यान देना शुरू कर दिया है और इसमें कम से से पांच से सात साल का समय लगेगा। ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने अच्छी शिक्षा प्राप्त की, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली, हम इस मुद्दे पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम युवाओं के लिए रोजगार सृजन को प्राथमिकता देंगे।”