कल यानी 1 फरवरी से बिहार में 12वीं कक्षा के बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। परीक्षा से पहले बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा से जुड़ी गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। राज्य में 1,523 परीक्षा केंद्रों पर 13.04 लाख परीक्षार्थी इस बार 12वीं की परीक्षाएं देने वाले हैं। बीएसईबी दो शिफ्ट में परीक्षाओं का आयोजन करेगी। पहली शिफ्ट में बायोलॉजी, फिलॉसफी और दूसरी शिफ्ट में इकोनॉमिक्स विषय का पेपर करवाया जाएगा। गाइडलाइंस के मुताबिक सभी परिक्षार्थियों को एग्जाम सेंटर पर परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले पहुंचना जरूरी है, अन्यथा प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
परिक्षार्थी क्या लेकर नहीं जा सकते हैं?
गाइडलाइंस में बताया गया है कि सभी परिक्षार्थियों को एग्जाम सेंटर पर परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले पहुंचना आवश्यक है। इसके साथ ही परिक्षार्थी स्मार्ट वॉच, इलेक्ट्रॉनिक वॉच या फिर मैगनेटिक वॉच लेकर भीतर नहीं जा सकते हैं। यदि कोई स्टूडेंट इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा।
हर छात्र की दो बार होगी जांच
परीक्षा देने गए हर छात्र की दो बार तलाशी ली जाएगी। गाइडलाइंस में बताया गया है कि हर छात्र की पहली बार चेकिंग परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते समय की जाएगी। इसके बाद जब छात्र अपनी सीट पर बैठ जाएगा तब एक बार फिर से उसकी जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा देने वाले बच्चों के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई है।
दो शिफ्ट में होंगी परीक्षाएं
कल से शुरू होने वाली 12वीं कक्षा की परीक्षाएं दो अलग-अलग शिफ्ट में होंगी। परीक्षा की पहली पाली यानी शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से प्रारंभ होकर 12:45 तक चलेंगी। इसका मतलब पहली शिफ्ट के छात्रों को 9 बजे तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना आवश्यक है। दूसरा शिफ्ट की परीक्षा 2 बजे शुरू होकर 5:15 तक चलेंगी। इसके मुताबिक सभी छात्र जिनकी परीक्षा दूसरी शिफ्ट में है, उन्हें 1:30 बजे तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना होगा।
CCTV और वीडियोग्राफी के भी निर्देश
बोर्ड द्वारा जारी गाइडलाइंस में बताया गया है कि, कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन यानी नकल को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे और हर 500 छात्रों पर एक वीडियोग्राफर को तैनात करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए सुविधा
बिहार बोर्ड ने दिव्यांग परीक्षार्थियों को परीक्षा में दिक्कत ना हो, इसका भी ध्यान रखा है। दिव्यांग परीक्षार्थी के लिए लेखक, जो उनके आंसर लिखेगा, उसकी व्यवस्था जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर कराई जाएगी। इसके अलावा दिव्यांग छात्रों को प्रति 1 घंटे पर 20 मिनट अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
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