BC Sakhi Yojana: उत्तर प्रदेश में घर घर तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को सहज बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में 58000 बैंकिंग करस्पोंडेंट सखियों (Banking Correspondent Sakhi) की नियुक्ति की जा रही है। महिला स्वावलंबन के लिए खास तौर पर पेश की गई बीसी सखी योजना में जल्द ही महिलाओं की ट्रेनिंग शुरू हो रही है।
इस योजना की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीसी सखी, महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के प्रयासों में अहम रोल निभाएंगी। इसके साथ ही, बैंकिंग सेवाओं के विस्तार और सुगमता के लिहाज से भी यह अहम साबित सिद्घ होंगी। बीसी सखी योजना में वाणिज्यिक बैंक, कॉरपोरेट बीसी, फिनटेक पेमेंट बैंकों को जोड़ा जा रहा है। 34 कंपनियों ने इसमें सहयोग के लिए रुचि दिखाई है। इनके फाइनल सलेक्शन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी।
अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह ने बताया कि हर ग्राम पंचायत में एक बीसी सखी तैनात करने संबधी मुख्यमंत्री के निर्देशों पर प्रदेशभर से आवेदन मंगवाए गए है। कुल 2,16,000 एप्लीकेशन प्राप्त हुई हैं। बीसी सखी के लिए कुल 58,532 पंचायतों से आवेदन मिले हैं।
महिलाओं पर ये होगी जिम्मेदारी
यह योजना प्रदेश के गांवों में बेहतर बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए तैयार की गई है। सभी बैंकिंग सखी लोगों के घर-घर जाएंगी और वहां सरकार की ओऱ से चलाई जा रही योजनाओं और बैंकिग सुविधाओं के बारे में बताएंगी। यही नहीं, घर बैठे ग्रामीणों के बैंक से जुड़े जरूरी काम भी निपटाएंगी। यह 25,000 रुपये तक ओवर ड्राट भी कर सकेंगी। इन्हें ट्रांजेक्शन पर 2 फीसदी कमीशन भी मिलेगा। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास ने बताया कि ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है कि मनरेगा मजदूरी, आवास, शौचालय निर्माण का अनुदान इन्ही बीसी सखी के द्वारा दिया जाए।
जानिए कितना मिलेगा पैसा
बीसी सखी को 4000 रुपये प्रति माह 6 महीने तक स्टाइपेंड और 1200 रुपये प्रतिमाह समूह सखी के रूप में काम करने के लिए स्टाइपेंड दिया जाएगा।
होगी ऑनलाइन परीक्षा
पहले चरण में 56,875 एप्लीकेशन छांटी गई हैं। चुने गए कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। इनकी ट्रेनिंग 15 दिसंबर से होगी। राज्य निदेशक आरसेटी द्वारा हर जिले में 30-30 के दो बैच को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद आईआईबीएफ द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी।
ये मिलेंगी सुविधा
बीसी सखी डेस्कटॉप कम्प्यूटर, लैपटॉप, पीओएस मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिंट रीडर, इंटीग्रेटेड इक्यूपमेंट से लैस होंगी। इसके लिए बीसी सखी को बिना ब्याज के कर्ज मुहैया कराया जाएगा। सखी के ड्रेस डिजाइन का काम निफ्ट रायबरेली द्वारा किया जा रहा है। ड्रेस डिजाइन का काम वाराणसी, मऊ और मुबारकपुर के बुनकरों द्वारा होगा। प्रत्येक बीसी सखी को प्रथम दो सेट ड्रेस नि:शुल्क मिलेगा।