ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने बुधवार को अप्रूवल प्रोसेस हैंडबुक जारी किया। यह हैंडबुक साल 2024 से साल 2027 तक के लिए है। इसका प्राथमिक ध्यान शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने की तरफ रहेगा। इस हैंडबुक में विस्तृत जानकारियां लिखी गई हैं जिन्हें किसी भी संस्थान को मानना पड़ेगा जब वो टेक्नीकल और प्रबंधन कार्यक्रमों के लिए AICTE अनुमोदन मांगेगी।
AICTE अध्यक्ष ने दी यह जानकारी
मीडिया से बात करते हुए AICTE के प्रोफेसर टी.जी सीताराम ने हैंडबुक जारी करते हुए इस विषय पर बात की। उन्होंने बताया कि यह हैंडबुक शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में ध्यान देगा। इसके साथ ही उनकी प्रक्रियाओं को भी सुव्यवस्थित करेगा और पारदर्शीता लाने का प्रयास करेगा।
उन्होंने आगे बताया कि पहली बार AICTE ने अलग-अलग हितधारकों और विशेषज्ञों से सुझाव लेने के लिए नए APH का मसौदा सार्वजनिक डोमेन में डाला था। इस पर 600 से अधिक सुझाव आएं जिनका मुल्यांकन करने के बाद अंतिम मसौदे में शामिल किया गया है।
APH में हुए मुख्य बदलावों में, अच्छा प्रदर्शन करने वाले संस्थानों के लिए उन्हें तीन साल के अनुमोदन विस्तार देने का प्रावधन रखा गया है। इसमें उन संस्थानों को प्रवेश सीमा में ढील देने के साथ ही भूमि दस्तावेजों और NOC के लिए अनुपाल आवश्यक्ताओं को कम करने की शुरूआत शामिल है।
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