केंद्र सरकार ने इसी साल अगस्त में राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की स्थापना को मंजूरी दी है। 20 अगस्त 2020 को केंद्रीय कैबिनेट ने कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट कराने के लिए राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की स्थापना की घोषणा की थी। सरकार का दावा है कि इस एजेंसी से जहां कैंडिडेट्स के सिर से तमाम एग्जाम्स का बोझ कम होगा, वहीं एग्जाम सिस्टम का एक स्टैंडर्ड पैटर्न और कॉमन कोर्स होगा। साथ ही इससे रिक्रूटमेंट प्रोसेस बहुत आसान होगा और समय की बचत होगी।
इस बीच इंटरनेट पर राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की वेबसाइट www.nra-gov.online की काफी चर्चा हो रही है। इस वेबसाइट को राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट बताया जा रहा है। इसके साथ ही इस वेबसाइट पर विभिन्न सरकारी पदों पर वेकेंसी भी प्रदर्शित की गई हैं। जिसके लिए आवदकों को आवेदन करने के लिए लिंक भी दिए जा रहे हैं।
क्या वास्तव में कोई वेबसाइट है?
इंटरनेट जारी फर्जी वाड़े पर नजर रखने के लिए सरकार के पत्र सूचना कार्यालय यानि पीआईबी ने एक फेक्ट चैक की सुविधा प्रदान की है। राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी से जुड़ी वेबसाइट की खबर भी पीआईबी फैक्ट चैक टीम के पास पहुंची। जांच में पता चला कि यह वेबसाइट फेक है। वहीं पीआईबी की जांच में यह भी सामने आया कि सरकारी पदों में रिक्तियों से जुड़ा कोई भी विज्ञापन या फिर नोटिफिकेशन राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी की ओर से जारी नहीं किया है। ऐसे में सभी से गुजारिश की जाती है कि इस वेबसाइट पर हरगिज भरोसा न करें और हमेशा सिक्योर वेबसाइट पर भी अप्लाई करें।