12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में जानें के लिए 100 में से 90 स्टूडेंट्स नीट की तैयारी करते हैं। हालांकि मेडिकल क्षेत्र में कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जिसमें बिना नीट एग्जाम के भी करियर बनाया जा सकता है। 12वीं के बाद अगर आप भी मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको बेस्ट कोर्सेस के बारे में बताने जा रहे हैं।
12वीं के बाद ये मेडिकल कोर्स हैं बेस्ट
नर्सिंग
डॉक्टर के बाद मेडिकल क्षेत्र में सबसे ज्यादा नर्सों की डिमांड हैं। नर्सों का काम मरीजों की देखभाल, उन्हें दवाएं देना और मरीजों की सेहत में दिन प्रतिदिन कितना सुधार हो रहा है ये सब देखना होता है। 12वीं के बाद नर्स बनने के लिए स्टूडेंट्स बीएससी नर्सिंग प्रोग्राम का कोर्स कर सकते हैं। बीएससी नर्सिंग कोर्स की अवधि 4 सालों की होती है। इसमें स्टूडेंट्स को नर्सिंग के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री मिलती है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स स्टाफ नर्स, रजिस्टर्ड नर्स (आरएन), नर्स शिक्षक, मेडिकल कोडर जैसे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।
फार्मेसी
ड्रग सेफ्टी, मेडिकल केमिस्ट्री जैसी चीजों की जानकारी रखने वाले लोग फार्मोसिस्ट कहा जाता है। मेडिकल क्षेत्र में फार्मासिस्ट की डिमांड भी बहुत ज्यादा है। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टूडेंट्स बीए फार्मेसी का कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 3 से 4 सालों की होती है। इसे करने के बाद स्टूडेंट्स फार्मासिस्ट, केमिकल टेक्नीशियन, ड्रग इंस्पेक्टर, हेल्थ इंस्पेक्टर जैसे करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं।
फिजियोथेरेपी
आजकल की स्ट्रेस और भागती-दौड़ती जिंदगी में लोगों को कई तरह के दर्द और सर्जरी से गुजरना पड़ता है। सर्जरी, बचपन में लगी चोट और लाइफस्टाइल में हो रहे बदलावों के कारण शरीर में होने वाले दर्द से राहत दिलाने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की जरूरत होती है। 12वीं के बाद फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (Bachelor of Physiotherapy) का कोर्स कर सकते हैं। बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी कोर्स की अवधि 4 सालों की होती है।
साइकोलॉजी
साइकोलॉजी में इंसान के व्यवहार और मन के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स में इंसान के दिमागी विकास, मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार में किस तरह से बदलाव होता है इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाती है। 12वीं के बाद स्टूडेंट्स बीए ऑनर्स साइकोलॉजी का ऑप्शन चुन सकते हैं। बीए ऑनर्स साइकोलॉजी का कोर्स 3 सालों का होता है। इसे करने के बाद स्टूडेंट्स सरकारी एजेंसी, क्लीनिक, प्राइवेट अस्पताल, सरकारी अस्पताल और टीचर के तौर पर करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं।
पशु चिकित्सा विज्ञान
इंसानों के साथ इन दिनों जानवरों के डॉक्टरों की डिमांड सबसे ज्यादा है। 12वीं के बाद पशु चिकित्सा विज्ञान में करियर बनाने की चाह रखने वाले स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस (Bachelor in Veterinary Science) का कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 5.5 सालों की होती है। इसमें स्टूडेंट्स सहायक पशु चिकित्सा, वेटरनरी फॉर्म कोलॉजिस्ट जैसे करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं।