नई दिल्ली: केरल देश का पहला राज्य है, जिसके सभी सरकारी स्कूलों में हाई टेक कक्षाएं हैं. यह जानकारी मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने सोमवार को दी और इसे ‘‘गौरवपूर्ण उपलब्धि'' बताया. वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से यह घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि सभी कक्षाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तरीय उन्नयन करने के अलावा हाई टेक आईटी लैब की स्थापना से राज्य के बच्चों को उन्नत प्रशिक्षण व्यवस्था उपलब्ध हो गई है. परियोजना के तहत लैपटॉप, प्रोजेक्टर, वेबकैम और प्रिंटर के साथ तीन लाख से अधिक डिजिटल उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं.
विजयन ने कहा, ‘‘केरल पहला राज्य बन गया है जिसके सभी सरकारी स्कूलों में हाई टेक कक्षाएं हो गई हैं.'' उन्होंने कहा कि इससे शिक्षा को काफी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा देने में विशेष रूचि ले रही है और उसने ‘‘हमारी भीवी पीढ़ी के लिए शिक्षा का केरल मॉडल'' दुनिया के सामने पेश किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वामपंथी सरकार का दृढ़ निर्णय है कि शिक्षा को समाज के सभी तबके के लिए सुगम बनाया जाए. अब, राज्य के सभी बच्चों के पास उन्नत प्रशिक्षण प्रणाली की सहायता से सीखने और आगे बढ़ने में सहयोग मिलेगा. यह राज्य के लिए गौरवशाली उपलब्धि है.''
सरकार के मुताबिक, इसने सरकारी शिक्षा कायाकल्प मिशन के तहत यह काम किया है, जिसका उद्देश्य सभी कक्षाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाना और हाई टेक प्रयोगशाला बनाना है. मिशन के तहत आठवीं से लेकर 12वीं कक्षा तक की कुल 42 हजार कक्षाओं को लैपटॉप, प्रोजेक्टर और स्क्रीन से सुसज्जित किया गया है और स्कूलों में स्टूडियो बनाए गए हैं. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि सुनिश्चित किया गया है कि सभी प्राथमिक एवं उच्चतर प्राथमिक स्कूलों में कम से कम एक स्मार्ट कक्षा और कंप्यूटर लैब हो.