अक्सर देखा गया है कि इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवार डरे सहमे से रहते हैं। इसका कारण होता है उनमें कांफिडेंस की कमी का होना। अब आप सोच रहे होंगे कि किसी में कांफिडेंस कैसे बढ़ता है या घटता है तो बता दें कि उसका सबसे बड़ा कारण है कि उम्मीदवार की कम्युनिकेशन स्किल में कमी। बता दें कि अगर किसी उम्मीदवार में कम्युनिकेशन स्किल की कमी है तो वह डरा-डरा महसूस करता है, चाहे वह कितना भी जानकार क्यों न हो।
कैसे बढ़ेगी कम्यूनिकेशन स्किल?
अब तक आप समझ गए होंगे कि कम्युनिकेशन किसी भी जॉब इंटरव्यू के लिए काफी अहम होता है। कम्यूनिकेशन में इंटरव्यू के दौरान आपकी स्थिति को बढ़ाने व बिगाड़ने की क्षमता होती है। एक्सपर्ट कश्वी जिंदल के मुताबिक, इंटरव्यू के दौरान अपनी कम्युनिकेशन को कैसे रखना है हम आपको यहां बता रहे हैं।
प्रश्नों को ठीक से सुनें
इंटरव्यू के दौरान इंटरव्यूर के सवालों को बहुत ध्यान से सुनना चाहिए। प्रश्नों को ठीक से समझें ताकि इंटरव्यू के दौरान प्रश्न का उचित उत्तर दे सकें। साथ ही इंटरव्यू ले रहे व्यक्ति पर ये छाप छोड़ता कि आप गंभीर किस्म के व्यक्ति है।
स्पष्ट और संक्षिप्त बोलें
इंटरव्यू में आपको आसानी से समझ में आने वाली भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए और अपनी बात सरल और स्पष्ट तरीके से रखनी चाहिए। सरल अंग्रेजी का प्रयोग करें और कोशिश करें कि शब्दजाल में न उलझें। सुनिश्चित करें कि आपकी प्रतिक्रियाएँ संक्षिप्त और सीधी हों। बहुत लंबे उत्तर इंटरव्यू ले रहे व्यक्ति को विचलित कर सकती हैं।
पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज और अच्छी कम्युनिकेशन
इंटरव्यू के दौरान अच्छी मुद्रा बनाए रखें, अपनी आँख का कॉन्टैक्ट बनाएं रखें और हाथ के इशारों का इस्तेमाल करें, इससे इंटरव्यू ले व्यक्ति को लगेगा कि आपके अंदर सवाल को लेकर कांफिडेंस है। इंटरव्यू के दौरान आपको एक पेशेवर और औपचारिक लहजा भी बनाए रखना चाहिए, भले ही आपको चुनौतीपूर्ण प्रश्नों या स्थितियों का सामना क्यों न करना पड़े।
लचीलापन
कंपनी के इतिहास के साथ-साथ साक्षात्कारकर्ताओं के व्यक्तित्व के संबंध में कम्युनिकेशन स्टाइल को बदलने में लचीलापन रखें। इसका कारण यह है कि कुछ ऐसे लोग हैं जो अधिक औपचारिक तरीके से बातचीत करना पसंद करते हैं और इसे ही उचित मानते हैं, जबकि अन्य अनौपचारिक तरीके से बातचीत करना चाहते हैं।
कहानी के जरिए एग्जांपल
किसी भी प्रश्न के जवाब में उदाहरण देते समय अपने उत्तरों को बताने के लिए स्टार (सिचुएशन, टास्क, एक्शन, रिजल्ट) मेथेड का उपयोग करें। इससे आपको अपनी उपलब्धियों के बारे में एक मजेदार कहानी बताने में मदद मिलती है।
हालाँकि, ध्यान दें कि अच्छे कम्यूनिकेशन में सिर्फ यही नहीं शामिल होना चाहिए कि कोई क्या कहता है, बल्कि यह भी शामिल होना चाहिए कि कोई कैसे कहता और सुनता है। आपको उन स्किल पर नज़र रखनी होगी क्योंकि यह आपके जॉब-इंटरव्यू के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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