आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के ग्रोथ को देखते हुए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी आईआईटी अब डिग्री के साथ-साथ नई टेक्नोलॉजी में सर्टीफिकेशन प्रोग्राम शुरू कर रही हैं। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईटी) पटना ने हाल ही में एआई और डेटा साइंस में एक बीटेक प्रोग्राम शुरू किया है, जो छात्रों को बड़ी मात्रा में डेटा को संभालने और एआई-केंद्रित एल्गोरिदम विकसित करने के लिए तैयार करेगा।
आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी हैदराबाद भी बीटेक एआई और डेटा साइंस प्रोग्राम करवा रहा है। यदि एआई, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस विषय आपका इंटरेस्ट हैं, तो यह आपके लिए सही कोर्स हो सकता है। यहां कोर्स और योग्यता के बारे में सारी जानकारी दी गई है।
कोर्स की जानकारी और सीटें
यह प्रोग्राम बीटेक कंप्यूटर साइंस का एक का ही एक रूप है जिसे विशेष रूप से एल्गोरिदम और डेटा संरचनाओं की गतिशीलता सीखने में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है। आईआईटी पटना में बीटेक एआई और डाटा साइंस में कुल 36 सीटें उपलब्ध हैं।
यह चार साल का फुल टाइम अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जिसे 8 सेमेस्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेमेस्टर में उम्मीदवारों को वैकल्पिक विकल्पों के साथ 6 से 7 विषयों का पढ़ना होगा। उम्मीदवारों को पहले सेमेस्टर में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) / राष्ट्रीय सामाजिक सेवा (एनएसएस) या किसी अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेना होगा।
पहले सेमेस्टर में, उम्मीदवारों को इंजीनियरिंग की मुख्य शाखाओं से परिचित कराया जाएगा। पाठ्यक्रम में छात्र जिन पहलुओं का अध्ययन करेंगे वे हैं - इलेक्ट्रिकल साइंस, इंजीनियरिंग मैकेनिक्स, कंप्यूटर आर्किटेक्चर, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑपरेटिंग सिस्टम, कंप्यूटर नेटवर्क, बिग डेटा एनालिटिक्स, बिग डेटा सिक्योरिटी आदि।
क्वालिफिकेशन
तीनों कार्यक्रमों में प्रवेश जेईई एडवांस के स्कोर के आधार पर होगा। इसके अतिरिक्त, उम्मीदवारों ने किसी भी मान्यता प्राप्त राज्य या केंद्रीय बोर्ड से कक्षा 12 (या समकक्ष) परीक्षा पूरी की हो।
कोर्स की फीस
सामान्य और ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए बीटेक कोर्स के लिए शिक्षण शुल्क 1 लाख रुपये प्रति सेमेस्टर है। अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित छात्रों के लिए कोई शुल्क नहीं है। आर्थिक रूप से सबसे पिछड़े छात्रों (जिनकी पारिवारिक आय 1 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है) को शिक्षण शुल्क में पूरी छूट मिलेगी। अन्य आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों (जिनकी पारिवारिक आय 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच है) को शिक्षण शुल्क के 2/3 भाग की छूट मिलेगी।
करियर स्कोप
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस में डिग्री के साथ स्नातक करने वाले छात्र डेटा साइंटिस्ट, डेटा एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, बिजनेस इंटेलिजेंस स्पेशलिस्ट, डेटा साइंस कंसल्टेंट और मशीन लर्निंग इंजीनियर के रूप में अपना करियर बना सकते हैं।