नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया ने भारत सरकार द्वारा समर्थित शैक्षणिक एवं अनुसंधान सहयोग प्रोन्नति योजना के तहत 'ओसियन एज मेथड राइटिंग द ओसियन' पर एक वार्ता श्रृंखला की मेजबानी की। जामिया के अंग्रेजी विभाग ने यह पहल केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से की है।
श्रृंखला का पहला भाग में प्रोफेसर निशात जैदी, अध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग जामिइ और प्रोफेसर दिलीप मेनन, निदेशक, सेंटर फॉर इंडियन स्टडीज इन अफ्रीका, यूनिवर्सिटी ऑफ विटवाटरसैंड ने केन्या के लेखक यवोन अदियोम्बु ओउवर और सिंगापुर के कवि एल्विन पैंग के साथ वार्ता की।
जामिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, "मेरीटाइम हिस्ट्री, फ्लुविअल आइडेंटिटी और लिटरेरी इंगेजमेंट्स के विषयों पर जोर देते हुए, प्रोफेसर जैदी और प्रोफेसर मेनन ने साहित्यिक लेखन के संबंध में स्पेस और टाइम के सवालों पर चर्चा की। स्थलीय कल्पना से परे बातचीत का उद्देश्य एक ऐसी कल्पना को व्यक्त करना है जो जल में समान रूप से निहित है।"
श्रृंखला के दूसरे भाग में, प्रख्यात भारतीय लेखक अमिताभ घोष को ओसियनिक इमेजिनेशन पर वार्ता जारी रखने के लिए आमंत्रित किया गया। उन्होंने द्वीपसमूह की कल्पना, वाटर हिस्ट्रीज, क्रियोलिजेशन और पर्यावरणीय गिरावट पर बात की। यह कार्यक्रम यात्रा, भाषाई पहचान, एंथ्रोपोसीन,और अन्य मानवीय हस्तक्षेपों के अंतरराष्ट्रीय इतिहास पर चर्चा करने का अवसर भी था।
दोनों कार्यक्रमों में अलग-अलग टाइम जोन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शक जुड़े। यह आभासी कार्यक्रम जूम प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया था और इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था। दर्शकों की एक विस्तृत श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए इसे यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर लाइव-स्ट्रीम किया गया।