नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया की इनैक्टस टीम ने, अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पांचवें नेशनल सोशल एंटरप्राइज आइडिया चैलेंज में पहले रनर अप के रूप में खुद को स्थापित किया। इनैक्टस जामिया टीम ने श्रीमति नामक अपने प्रोजेक्ट के जरिए एक प्रभावी छाप छोड़ी। इसका विषय बेरोजगारी, घरेलू प्रताड़ना, प्लास्टिक प्रदूषण के साथ-साथ सैनिटरी वेस्ट डिस्पोजल जैसे संवेदनशील मुद्दों पर केंद्रित था। यह आयोजन 19 दिसंबर, 2020 को हुआ था।
जामिया विश्वविद्यालय ने आधिकारिक जानकारी देते हुए कहा, "परियोजना श्रीमति का उद्देश्य केले के रेशों और इस जैसी अन्य चीजों से बने बायोडिग्रेडेबल फेस मास्क और इको-फ्रेंडली सेनेटरी नैपकिन का निर्माण करना है। इससे लक्षित समुदायों के लिए आजीविका के अवसर पैदा होने के साथ ही भारत में बायोडिग्रेडेबल तंतुओं से ज्यादा से ज्यादा चीजों को बनाने का रूझान बढ़ेगा।"
नेशनल सोशल एंटरप्राइज आइडिया चैलेंज, खास तौर पर ऐसे प्रोजेक्ट विचारों पर आधारित था, जो कोविड-19 संकट से उत्पन्न हालात से निपटने में समाज और व्यक्तियों को सशक्त बनाएं। इस प्रतियोगिता में देश भर से कई टीमों की तरफ से 85 प्रस्तुतियां भेजी गई थीं। जूरी ने इन प्रस्तुतियों को नवाचार, प्रभाव, और वित्तीय व्यवहार्यता के मानदंडों पर परखने के बाद, अंतिम दौर के लिए दस टीमों को शॉर्टलिस्ट किया था।
जामिया के मुताबिक इनैक्टस टीम की प्रस्तुति रोजगार सृजन के साथ ही एक बेहतर और अधिक स्थायी दुनिया बनाने में निहित थी। टीम ने अपनी कामयाबियों का सिलसिला जारी रखते हुए साबित कर दिया है कि वह अपने आदर्श वाक्य सोशल डिलिजन्ट को व्यवहारिक रूप से जीने की कोशिश करती है।
इनैक्टस जामिया की स्थापना 27 सितंबर 2015 को हुई थी। यह छात्रों की अगुवाई वाला एक पैन यूनिवर्सिटी अंतरराष्ट्रीय नॉट फॉर प्रॉफिट संगठन है। टीम के 200 से अधिक एसोसिएट मेंबर हैं। इसकी पूर्व और वर्तमान की छह महत्वपूर्ण परियोजनाएं, दिल्ली और उसके आसपास के पांच अलग-अलग लक्षित समुदाय को शामिल करके बनाई गई हैं।
इसका मूल विचार, देश के वंचित समुदायों में उनकी क्षमता का विकास करना और उन्हें इतना आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे वे अपनी आजीविका बनाए रखने में सक्षम बने रहें।