झारखंड में अब सभी परीक्षाएं एक ही पैटर्न पर आयोजित की जाएंगी। स्कूलों के साथ-साथ मध्यमा और मदरसा के सभी छात्र अब से ओएमआर शीट पर एग्जाम देंगे। इसके लिए सरकार मदरसा और मध्यमा के एग्जाम पैटर्न में बदलाव करेगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की बोर्ड की मीटिंग में बीते दिन गुरुवार को यह निर्णय लिया गया है। ये मीटिंग जैक के अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार महतो की अध्यक्षता में हुई है। मीटिंग में तय किया गया कि सरकारी स्कूलों में 8वीं, 9वीं और 11वीं की सालाना परीक्षाएं ओएमआर शीट पर होती हैं, जबकि 10वीं और 12वीं कक्षा में ओएमआर शीट व लिखित परीक्षा होती है। ऐसे में मदरसा व मध्यमा की समकक्ष एग्जाम भी इसी तरह होंगी।
नौवीं में करना होगा रजिस्ट्रेशन
इसके अतिरिक्त मध्यमा में सरकारी स्कूलों की तरह ही नौवीं में ही रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगी। अब तक सिर्फ 10वीं में रजिस्ट्रेशन और आवेदन पत्र भरे जाते थे। अब स्कूल में 2 साल पढ़ने के बाद ही मध्यमा के एग्जाम दे सकेंगे। वहीं, मध्यमा एग्जाम में विषयवार पास करने के लिए नंबर को 30 फीसदी को बढ़ाकर 33 फीसदी कर दिया गया है। जैक बोर्ड ने वैसे प्रोफेशनल विषय जिसमें न तो कोई स्टूडेंट हैं और न ही कोई टीचर उन्हें एग्जाम से हटाने की मंजूरी दी है। साथ ही, दस हाईस्कूलों और दो इंटर कॉलेजों की एक्नॉलेजमेंट को भी मंजूर किया गया है।
इंप्रूवमेंट एग्जाम के लिए नहीं करना होगा इंतजार
वहीं, मैट्रिक व इंटर एग्जाम पास करने वाले स्टूडेंट्स को रिजल्ट इंप्रूवमेंट के लिए अब 1 साल का इंतजार नहीं करना होगा। स्टूडेंट जिस साल एग्जाम पास करेंगे उसी साल सप्लीमेंट्री व कंपार्टमेंट एग्जाम के साथ इंटप्रूवमेंट एग्जाम दे सकेंगे। अभी ऐसा नियम है कि अगर परीक्षार्थी अपना रिजल्ट सुधारना चाहते हैं तो उन्हें अगले साल की मैट्रिक-इंटर की एग्जाम में शामिल होना होगा।
फिर से होगा रजिस्ट्रेशन
10वीं के लिए 9वीं में और 12वीं के लिए 11वीं में रजिस्ट्रेशन होता है,ये तीन साल के लिए मान्य है। अगर कोई छात्र 3 साल तक उसी कक्षा में हैं और चौथे साल एग्जाम देते हैं तो री-रजिस्ट्रेशन करना होता था। इसमें विषय के साथ कोई बदलाव नहीं होता था। वहीं, अब री-रजिस्ट्रेशन की जगह 3 साल के बाद फिर से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें विषय भी बदल सकेंगे।
आईटी सेल का होगा गठन
जैक में एक आईटी सेल का गठन किया जाएगा। इस आईटी सेल के गठन को मंजूरी राज्य सरकार से मिल चुकी है और इसके लिए वित्त विभाग ने भी अपनी सहमति दे दी है। जल्द ही आईटी सेल के गठन के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा और निर्धारित योग्यता को पूरा करने वाले उम्मीदवारों का सेलेक्शन किया जाएगा।
छात्र अब दूसरे जिले से भी दे सकेंगे परीक्षा
मैट्रिक और इंटर के स्टूडेंट अगर रजिस्ट्रेशन किसी अन्य जिले या स्कूल से किए हैं तो वे दूसरे जिले व स्कूल-कॉलेज से भी एग्जाम दे सकेंगे। उनका रजिस्ट्रेशन नंबर संबंधित संस्थान को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। यह प्रावधान तब लागू होगा जब संबंधित स्टूडेंट के माता-पिता या अभिभावक का ट्रांसफर दूसरे जिले में हो गया है।
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